बिहार में जमीन होगा डिजिटल, सुर्वे शुरू, आगे क्या होगा

बिहार में जमीन के विवाद और जमीन से जुड़ी सभी समस्याएं को दूर करने के लिए जमीन का सर्वे अब शुरू हो गया है। आपको बता दूं कि आज कल बिहार में जमीन से जुड़ी हुई कई समस्याएं आती रहती थीं।
इसी को ठीक करने के लिए अब जमीन डिजिटल होने वाली है, जिससे कोई भी समस्या लोगों को आने वाले समय में नहीं होगी।
बनाया गया किसानो को सलहाकार
दरसल, आपको बता दूं कि कृषि विभाग द्वारा जमीन का डिजिटल सर्वे शुरू कर दिया गया है। अभी फिलहाल, हर एक गांव में तीन से चार किसान सलाहकार और कृषि समन्वयक की टीम गठित की गई है, और जमीन की सर्वे को भी शुरू किया गया है।
आपको बता दूं कि यह टीम अब हर गांव के जमीन तक पहुंच कर जमीन से जुड़ी हुई सभी जानकारी और लोकेशन वेबसाइट पर अपडेट की जा रही है।
साइट पर लोकेशन डालते ही भूस्वामी का नाम, पता आदि आ जाता है। फिर खेतों की वर्तमान स्थिति के साथ वेबसाइट पर तस्वीरें जारी की जाती हैं। टीम के सदस्य खेतों की वर्तमान स्थिति से वाकिफ होते हैं।
Name of the Article | Bihar Jamin News |
Type of Article | News |
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Detailed Information | Bihar Jamin News |
वेबसाइट पर होगी हर खेतो की कुंडली
आपको बता दूं कि इस वेबसाइट पर आपके खेत की हर एक कुंडली होगी, ताकि आप वेबसाइट पर जाकर एक ही क्लिक पर हर एक जानकारी ले सकें और और आप आंकड़े भी पता कर सकें।
अभी फिलहाल, खेतों की सभी जानकारी जैसे कि खेत परती है या बंजर है, या फिर फसल उग रही है, उन खेतों में कौन सी फसल उगती है, सिंचाई का साधन क्या है, बागीचा आदि की जानकारी विभागीय वेबसाइट पर भेजी जा रही है।
अब आशा की जा रही है कि इस योजना से किसानों की हालत सुधरेगी और कोई भी योजना बनाने में सरकार को ज्यादा परेशानी नहीं होगी, क्योंकि सभी आंकड़े ऑनलाइन होंगे।
उधर, केंद्र सरकार के किसानों को समृद्ध बनाने की योजना धरातल पर उतर सकती है, जिससे कि किसानों में खुशहाली आएगी। अब देखना होगा कि इस योजना को कब तक पूरा किया जायेगा।
केंद्र सरकार के निर्देश पर खेतों का डिजिटल सर्वे
बीएओ संजय कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर खेतों का डिजिटल सर्वे कराया जा रहा है, जिसकी मॉनीटरिंग हम और जिला कृषि पदाधिकारी कर रहे हैं। सर्वे में किसान सलाहकार और कृषि समन्वयकों को लगाया गया है। खेतों की वास्तविक स्थिति को वेबसाइट पर डालना है।
आपको बता दूं कि अभी के समय में कई चीजें डिजिटल हो चुकी हैं, ऐसे में अब खेतों को भी डिजिटल करना जरूरी है, ताकि सभी आंकड़े ऑनलाइन हों और आने वाले समय में ड्रोन, एआई से सिंचाई किसान अपने खेतों का कर सकें।
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