Bihar Health Department Bharti 2023: बिहार स्वास्थ्य विभाग में 1.5 लाख पदों पर बंपर बहाली, जानिए किन पदों पर होगी भर्ती

Bihar Health Department Bharti 2023: बिहार में फ़िलहाल नौकरियों की बहार है। 1.70 लाख शिक्षकों की भर्ती के आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, अगस्त 2023 में इसकी परीक्षा भी आयोजित की जाएगी।
अब तजा अपडेट के अनुसार बिहार में एक और बंपर बहाली होने जा रही है। शिक्षा विभाग के बाद अब बिहार के स्वस्थ्य विभाग में भी 1.50 लाख पदों पर जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आईये जानते है ये बहाली किन पदों के लिए की जाएगी?
बिहार लोक स्वास्थ्य प्रबंधन कैडर का गठन
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में जल्द ही बिहार लोक स्वास्थ्य प्रबंधन कैडर का गठन होगा। इसके बाद राज्य में स्वास्थ्य सेवा के चिकित्सकों के चार कैडर हो जाएंगे। इसमें पारा मेडिकल कर्मी भी शामिल होंगे।
इसके साथ ही अस्पताल प्रबंधन को भी इसमें जोड़ा जाएगा। नया कैडर बन जाने के बाद बड़ी संख्या में पद सृजित किये जायेंगे, जिस पर बहाली होगी और बिहार के युवाओं को रोजगार मिलेगा।
डेढ लाख पदों पर शुरू होने जा रही भर्ती प्रक्रिया
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने हाल ही में विभागीय अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य भवन में विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक में ये फैसले लिये। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को विभाग की ओर से किये जा रहे कार्यों का प्रजेंटेशन अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने दिया।
मालूम हो कि कुछ दिन पहले आरा में बिहार के उप मुख्यमंत्री ने कहा कि – “सिर्फ स्वास्थ्य विभाग में ही बेरोजगार युवकों के लिए डेढ लाख पदों पर बहाली प्रक्रिया शुरू होने जा रही है।”
इन पदों के लिए होगी बहाली
उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि डेढ़ लाख बहाली में डॉक्टर, नर्स और पारा मेडिकल स्टॉफ के पद भी शामिल होंगे। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक को उप मुख्यमंत्री की बहाली संबंधी घोषणा से जोड़ कर देखा जा रहा है।
किस पद पर कितनी बहाली हो सकती है, बहाली की प्रक्रिया कितने दिन में पूरी हो सकती है और विभाग में कितने पद अभी खाली हैं, इन सभी मुद्दों पर समीक्षा बैठक के दौरान चर्चा की गई।
सरकारी अस्पतालों की होगी घेराबंदी
ऑफिसियल सूत्रों के अनुसार बिहार के सभी सरकारी अस्पतालों की घेराबंदी होगी। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य परिसर घेराबंदी योजना के तहत चहारदीवारी का निर्माण कराया जाएगा।
इसके अलावा समीक्षा बैठक में चिकित्सकों और नर्सों के होम जिला में स्थानांतरण को लेकर भी चर्चा हुई। जिलों में कार्यदक्षता को बढ़ाने के लिए युवा सिविल सर्जनों की तैनाती की जाएगी।