Bihar Floating Solar Plant: बिहार में तैयार हुआ दुनिया का सबसे बड़ा तैरता हुआ सोलर बिजली प्लांट

Bihar Floating Solar Plant: सोलर महाशक्ति बनने की दिशा में बिहार तेजी से आगे बढ़ रहा है। सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन के बिहार में कई प्रयोग हो रहे हैं। जिस तरीके से बिहार में सोलर एनर्जी को लेकर काम हो रहा है अगर रफ्तार रहे यही तो अगले 5 साल में बिहार 16 राज्यों को पीछे छोड़ देगा।
बिहार का पहला तैरता बिजली घर
केंद्र सरकार की रिपोर्ट बताती है कि सोलर पावर सेक्टर में बिहार का काफी अच्छा योगदान है। बिहार में पिछले दिनों सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में अच्छे कदम उठाए हैं। इनमें सरकारी भवनों और रूफटॉप बिजली स्टेशनों पर सोलर प्लेट लगाने की योजना भी है।
लगभग आधा दर्जन परियोजनाओं से बिजली उत्पादन की जा रही है। इसी के साथ अब नई परियोजना से बिजली का उत्पादन होना तय हुआ है। तालाब के ऊपर जाते तालाब के ऊपर तैरते सोलर एनर्जी प्लांट से जल्द ही बिहार के घर रोशन होंगे।
नीचे मछली ऊपर बिजली
बिहार में पानी के ऊपर तैरता सोलर बिजली घर बनकर तैयार हो चुका है। मॉडल जिले के तौर पर प्रदेश का पहला फ्लोटिंग सोलर प्लांट दरभंगा के कदिरा बाग में बना है।
पानी के ऊपर दरभंगा का फ्लोटिंग सोलर प्लांट तकरीबन 1. 6 मेगावाट क्षमता का है उसकी खासियत तालाब के ऊपर काम करने वाला या बिजली घर पानी पर तैरता रहेगा।
दरभंगा में जिस तालाब में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट को लगाया गया है वहीं पर सब स्टेशन भी बनाया जा रहा है सब स्टेशन बनते ही यहां से बिजली की सप्लाई शुरू हो जाएगी।
फ्लोटिंग पावर प्लांट की सबसे अच्छी बात है कि नीचे मछली पालन का काम चलता रहेगा। जानकारी के लिए आपको बता दे कि बिहार का पहला सोलर पावर प्लांट चार एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत बिहार रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी के द्वारा शुरू किया गया है।
इस फ्लोटिंग पावर प्लांट को बनाने में लगभग 8 करोड रुपए की लागत आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बीते 30 नवंबर 2022 को इसकी शुरुआत की गई थी। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री महोदय के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मंत्री विजेंद्र प्रताप यादव भी मौजूद रहे थे।
यह भी पढ़िए:भगवान राम ने सुनी मुस्लिम युवा की गुहार, सऊदी अरब में फंसे युवक को बुला लिया बिहार