बिहार के किसान का बेटा बना IAS, सेल्फ स्टडी से UPSC में पाई 17वीं रैंक, जानिए जुनून से सफलता पाने की कहानी

सफलता साधनों की मोहताज नहीं होती यह सच साबित कर दिखाया है बिहार के लाल ने। बिहार के अविनाश ने देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी में सफलता हासिल की है और आम लोगों के लिए एक मिशाल बन गए है।
उन्होंने साबित कर दिया है कि कम साधना और संसाधनों में भी खुद के दम पर सफलता हासिल की जा सकती है। आइए आज के इस पोस्ट में आपको बताते हैं उनकी कहानी-
बिहार के अविनाश कुमार ने यूपीएससी परीक्षा मैं सफलता हासिल करके पूरे बिहार राज्य का नाम रोशन कर दिया है। उन्होंने यूपीएससी जैसी टफ एग्जाम में 17 वीं रैंक हासिल की है। फिलहाल वे बिहार के सहरसा जिले में अपनी सेवा दे रहे हैं।
आईएएस अविनाश कुमार बिहार के फारबिसगंज के बघुवा गांव के रहने वाले हैं और उनके पिता एक किसान और माता हाउसवाइफ है। उन्होंने दसवीं तक की पढ़ाई वही के स्थानीय स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर से की है और इसके बाद इंटर करने के लिए वे बोकारो चले गए। दसवीं कक्षा में उन्हें 10 CGPA और 12वी में 93% मार्क्स मिले थे।
इस अविनाश इंटरमीडिएट करने के बाद कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और इंजीनियरिंग में भी उन्हें काफी अच्छे परसेंटेज प्राप्त हुई। 9.6 CGPA के साथ उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।
उसके बाद पश्चिम बंगाल के एक पावर प्रोजेक्ट में काम करने लगे काम करने के दौरान ही उन्हें यूपीएससी काफी आकर्षित करने लगा और उन्होंने आईएएस बनने का सपना देखा तैयारी शुरू की या फैसला लेना उनके लिए काफी कठिन था लेकिन उन्होंने अपना हौसला बुलंद रखा।
अविनाश कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय अपने मां-बाप को दिया है अविनाश बताते हैं कि जीवन में कई बाधाए आई लेकिन उन्होंने कभी भी हिम्मत नहीं हारी। पहले और दूसरे अटेंप्ट में उनका प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं हुआ था।
लेकिन वे प्रयास करते रहे और यूपीएससी परीक्षा 2022 में प्रीलिम्स, मेंस अरे इंटरव्यू क्लियर करके तीसरे अटेम्प्ट में सफलता प्राप्त की। बता दे कि उन्हें ऑल इंडिया में 17वीं रैंक प्राप्त हुई है।