अपना बिहार बनेगा आईटी और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर का हब! बेंगलुरु को छोड़ा पीछे

बिहार राज्य के विकास आयुक्त मंगलवार को दिल्ली में देशभर के सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र के निवेशकों को संबोधित कर रहे थे और इस बीच उन्होंने बताया कि बिहार में निवेशकों को निवेश करना चाहिए क्योंकि यहां अनुकूल व्यवस्था और कुशल श्रमिक इसके साथ ही उत्साहजनक नीतियों का समावेश है।
बिहार औद्योगिक निवेश नीति के अंतर्गत चमड़ा और कपड़े के उद्योग लगाने के लिए कई प्रकार की विशेष छूट दी गई है जिसके सही उपयोग से बिहार में बड़े-बड़े उद्योग लगाए जा सकते हैं जिसका फायदा सरकार व्यापारी और आम जनता सभी को होगा।
श्री विवेक कुमार सिंह ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं के क्षेत्र में भी निवेश की अपार संभावनाएं है उन्होंने बताया कि बिहार में कानून व्यवस्था भी उद्योग को स्थापित करने के अनुकूल बना दी गई है और निवेशकों को बिहार में आना चाहिए जिससे यहां की आम जनता को तो सुविधा मिले ही निवेशक और व्यापारि वर्ग भी इससे लाभानवित होंगे।
IT हब बनेगा बिहार
आपको बता दे की आयोजन में उद्योग विभाग के मुख्य सचिव संदीप पौण्डरीक भी मौजूद थे उन्होंने बताया कि इनफॉरमेशन एंड टेक्नोलॉजी और उस पर आधारित विभिन्न प्रकार की सेवाओ सिस्टम के उत्पादन के लिए बिहार में अनुकूल परिस्थितियां हैं जिसके कारण अब बिहार भी आईटी हब बन सकता है।

इसके अलावा उन्होंने कहा है कि राज्य में टेक्निकल रूप से कुशल युवाओं की एक बड़ी संख्या मौजूद है जो किसी भी प्रकार के स्टार्टअप और उसके विकास के लिए सही साबित हो सकती है।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि बिहार में 162 स्टार्टअप एक साथ मिलकर शुरू किए जा रहे हैं और इसके लिए आईटी (Information Technology) की सुविधाएं अच्छी है और बिहार का इकोसिस्टम सूचना प्रौद्योगिकी के लिए काफी बेहतरीन बन गया है।
नए उद्योग के लिए प्रोत्साहन नीति
बिहार राज्य में निवेश को बढ़ाने और नए उद्योग स्थापित करने के लिए बिहार सरकार द्वारा इंधन उत्पादन प्रोत्साहन नीति 2023 और बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति 2022 सहित कई नीतियां बनाई गई है।
बिहार राज्य के विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह ने कहां है कि इलेक्ट्रॉनिक और आईटी सेवाओं के क्षेत्र में बिहार में निवेश की अपार संभावनाएं हैं और बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति भी अब उद्योग स्थापित करने के लिए अनुकूल कर दी गई है।
उन्होंने आगे कहा कि निवेशकों को बिहार आना चाहिए और उपलब्ध सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए।
निवेश को बढ़ान के लिए प्रोत्साहन नीति
सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव संतोष कुमार मॉल ने कहा कि निवेशकों के लिए बिहार एक पसंदीदा राज्य बन रहा है यहां व्यापारियों के लिए उद्योग स्थापित करना बहुत आसान होते जा रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार राज्य में एसआईपीबी (State Investment Promotion Board) की बैठक हमेशा होती रहती है जिससे सप्ताह भर के अंदर ही किसी भी जमीन को आवंटित कर दिया जाता है और जिससे यहां उद्योगपतियों के लिए उद्योग लगाना आसान होते जा रहा है।
उद्योग मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक ने कहा कि बिहार आईटी और आईटी सक्षम सेवा यानि सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाओं (आईटीईएस) और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिवाइस का उत्पादन केंद्र बन सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमितेश कुमार ने बताया कि डिजिटल इंडिया का सपना साकार हो रहा है इसमें बिहार भी अब पीछे नहीं उन्होंने बताया कि बिहार में सॉफ्टवेयर उद्योग को तेजी से विकसित किया जा रहा है और इस क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं बिहार में देखती है।
उद्योग निदेशक पंकज दीक्षित ने कहा बिहार में उद्योग के विकास की अपार संभावनाएं हैं और बिहार में आईटी सेक्टर का भविष्य उज्जवल है।