बिहार बोर्ड ने जारी किए नए नियम, अब केवल ऐसे विद्यार्थियों को मिलेंगे स्कॉलरशिप का लाभ ; जाने डिटेल्स

Bihar Board Latest News-बिहार के मौजूदा शिक्षा मंत्री केके पाठक ने कार्यकाल संभालने के बाद लगातार एक्शन में दिख रहे हैं। इनके द्वारा लगातार नए-नए आदेश जारी किए जा रहे हैं।जिससे बिहार का शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो सके।
नए नियम से बढ़ गई बच्चों की मुसीबत
बिहार राज्य में सरकार के द्वारा बच्चों को पढ़ाई के प्रति जागरूक करने के लिए दर्जनों स्कॉलरशिप योजना चलाई जाती है| इसी कड़ी में सरकार के द्वारा एक ऐसा नियम लगाया गया है, जिससे साल 2024 में बोर्ड परीक्षा देने वाले सभी विद्यार्थियों में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि अगले साल आयोजित होने वाले बोर्ड परीक्षा और स्कॉलरशिप योजना को लेकर बिहार बोर्ड के तरफ से नए नियम लगाया गया है,जिसमें सबसे महत्वपूर्ण है विद्यार्थियों के 75 फ़ीसदी कक्षा में उपस्थित थे। आइए जानते हैं समझते हैं पूरी खबर

बिना 75% उपस्थिति के नहीं बनेगा काम
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड के द्वारा साल 2024 में बोर्ड परीक्षा देने वाले सभी परीक्षार्थियों के लिए एक अहम फैसला लिया है| जिन भी विद्यार्थियों का कक्षा में उपस्थिति 75% से कम होगी उन्हें स्कॉलरशिप नहीं दिया जाएगा|
नए शिक्षा मंत्री के के पाठक के आने के बाद शिक्षा विभाग में ढेरों सुधार देखा जा रहा है| आमतौर पर देखा जाता है बिहार बोर्ड 10वीं और इंटर के विद्यार्थी स्कूल नहीं पहुंचते हैं| इसी को देखते हुए 75% कक्षा में उपस्थिति का काढ़ा निर्देश जारी किया गया है| इसे लेकर राज्य के सभी जिला अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है|
ऐसे विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा
इसी के साथ एक और बड़ी खबर आपको बता दें कि जिन परीक्षार्थियों का साल 2024 के शुरुआती महीने जनवरी तक 75 फ़ीसदी उपस्थिति स्कूल में होगा वैसे ही बच्चों का बिहार बोर्ड एडमिट कार्ड जारी करेगा|
कुल मिलाकर देखा जाए तो बिहार बोर्ड के इस 75 फ़ीसदी उपस्थिति वाले निर्देश के पीछे सबसे बड़ी उद्देश्य है, “बच्चों की पढ़ाई” आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि इलाके के किसी सरकारी हाई स्कूल में बिना उपस्थिति के जैसे तैसे बच्चे पढ़ाई करते हैं।
बिना स्कूल गए बन जाता है काम
जो विद्यार्थी अपने एडमिशन के बाद 1 दिन भी स्कूल नहीं गया वैसे विद्यार्थियों को भी नहीं होती है किसी तरह की परेशानी आराम से फाइनल परीक्षा में उन्हें भी बैठने दिया जाता है। परीक्षार्थी स्कूल व कॉलेज केवल सेंटअप परीक्षा देने पहुंचते हैं।
आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि बिहार के सरकारी स्कूल में कहीं पर भी ढंग से पढ़ाई नहीं कराया जाता है। बिहार के मौजूदा शिक्षा मंत्री केके पाठक के कार्यकाल संभालने के बाद रोजाना नए नए निर्देश जारी किए जा रहे हैं जिससे कि बिहार के शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो सके।