Vande Bharat Sleeper: वंदे भारत ट्रेन को लेकर रेल मंत्री ने दिया सबसे बड़ी अपडेट, रेलवे के इस प्लान को सुनकर झूम उठेंगे

वंदे भारत ट्रेन को लेकर रेल मंत्री ने दिया सबसे बड़ी अपडेट, रेलवे के इस प्लान को सुनकर झूम उठेंगे

Indian Railway Updates on Vande Bharat Train: 21वीं सदी के भारत के लिए, अर्बन कनेक्टिविटी के लिए और आत्मनिर्भर होते भारत के लिए, देश में  वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का विस्तार किया जा रहा है। भारतीय रेलवे द्वारा इस समय देश में वंदे भारत ट्रेनों को लेकर रोज कुछ न कुछ अपडेट दिया जा रहा है और अब बड़ी अपडेट यह है कि अब देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन जल्द ही शुरू की जाने वाली है।

वंदे भारत स्लीपर वर्जन

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने  वंदे भारत ट्रेन का चेन्नई में चल रहे प्रोडक्शन हाउस का भी दौरा किया और जानकारी दी कि इसे अब बदले हुए रंग के साथ और कई छोटी बड़ी सुधार के साथ अपग्रेड किया जा रहा है इसके अलावा उन्होंने एक महत्वपूर्ण जानकारियां दी कि अब वंदे भारत का स्लीपर (Vande Bharat Sleeper Train)वर्जन ट्रेन भी आ रहा है जिसमें यात्री आराम से लेट कर सफर कर सकेंगे।

bhagwa vande bharat train

कहां और कौन कर रहा निर्माण

आपको बता दें कि वंदे भारत का स्लीपर वर्जन कोच का निर्माण टीटागढ़ रेल सिस्टम लिमिटेड (TRSL) के उत्तरपाड़ा प्लांट में जून 2025 से शुरू किया जाएगा। इसके अलावा TRSL के एकअधिकारी ने यह जानकारी दी है कि रेलवे ने बीएचईएल (Bharat Heavy Electricals Limited) के साथ पार्टनरशिप की है और अब दोनो मिलकर वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के 80 सेट बनाने का कार्य करेगी।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन वर्तमान में चल रहे वंदे भारत ट्रेन से अलग होगी, इसमें यात्रियों के आराम के लिए सोने लायक सीटें लगाई जाएंगी और रेलवे द्वारा इसका 50% से अधिक कल पुर्जों का काम बंगाल के उत्तरपाड़ा में स्थित TRSL प्लांट में किया जाएगा।

रेलवे और BHEL के पार्टनरशिप से संभव

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में यात्रियों के आराम का विशेष ध्यान रखा जा रहा है और इसकी निर्माण का कार्य रेलवे सरकारी क्षेत्र उपक्रम (एक ऐसी औद्योगिक उपकरण कंपनी जिसका स्वामित्व और प्रबंधन सरकार द्वारा समाज कल्याण के लिए किया जाता है)BHEL के साथ मिलकर कर रही है।

आपको बता दे की रेलवे ने वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर वर्जन को बनाने के लिए टीआरएसएल और बीएचईएल के बीच गठजोड़ किया है। इसमें TRSL कंपनी का 52 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

बहुत जल्द हो जाएंगी तैयार

टीआरएसएल कंपनी के वाइस चेयरमैन उमेश चौधरी ने  जानकारी दी है कि रेलवे से मिले इस ठेके में करीब 12,716 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी हमारी कंपनी की है। और इस पार्टनरशिप हो रेलवे के द्वारा 24,000 करोड रुपए आवंटित किए गए हैं तथा 6 सालों के भीतर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का निर्देश दिया गया है।

वंदे भारत ट्रेन को लेकर रेल मंत्री ने दिया सबसे बड़ी अपडेट, रेलवे के इस प्लान को सुनकर झूम उठेंगे

कंपनी के वाइस चेयरमैन और प्रबंधक निदेशक ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन का कमर्शियल उत्पादन 2025 से शुरू होगा और इसके लिए 650 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे उन्होंने बताया कि इस ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप 2 साल में तैयार हो जाएगा और पहली 8 ट्रेन का निर्माण बंगाल के उत्तरपाड़ा प्लांट में किया जाएगा जबकि बाकी की ट्रेनों को चेन्नई प्लांट में असेंबल किया जाएगा।

फुल स्पीड से दौड़ेगी ट्रेन

वंदे भारत की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटे बताई जा रही है और इसके स्लीपर वर्जन को इस तरह बनाया जाएगा कि, यह ट्रेन अपनी फुल स्पीड यानी 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पटरी पर दौड़ सकेत इसमें 16 डिब्बे होंगे और एक यात्रा के दौरान लगभग 887 यात्री, यात्रा कर सकेंगे।

बहुत जल्द 120 और ट्रेनें होंगी तैयार

उमेश चौधरी ने बताया कि रेलवे द्वारा वंदे भारत कि स्लीपर वर्जन की आपूर्ति के लिए बहुत जल्द एक और गठबंधन की जा सकती है जो रूस की कंपनी के साथ होगा। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द 120 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन बनाने के लिए एक और पार्टनरशिप रूसी कंपनी टीएमएच और रेल विकास निगम लिमिटेड के बीच की जाएगी।