पटना के इस इलाके में बन रहा है “बापू टावर”, 79 करोड़ की लागत, ये होगी खासियत

बापू और बिहार के रिश्ते को कौन नहीं जनता है, बिहार ही वह धरती है जहाँ से महात्मा गाँधी (Mahatma Gandhi) ने अपने सत्याग्रह की शुरुआत की थी। अब बिहार के इसी धरती पर चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह की स्मृति में 120 फीट ऊंचे बापू टावर (Bapu Tower) का निर्माण कराया जा रहा है। 

यहाँ हो रहा है निर्माण

बिहार की राजधानी पटना (Patna) के गर्दनीबाद इलाके में स्टेडियम के पास इसका निर्माण काम तेजी से चल रहा है और बहुत ही जल्द यह बनकर तैयार भी हो जायेगा। महात्मा गांधी को समर्पित यह टावर कई मायनों में अन्य टावरों से बिलकुल भिन्न होने वाला है।

एक तरफ जहाँ टावर में बापू के चंपारण सत्याग्रह से जुड़ी स्मृतियों के दर्शन होंगे तो दूसरी तरफ यहां उनसे जुड़े पूरे इतिहास की भी जानकारी होगी। बता दे कि इस ईमारत को पूरे बिहार के सबसे ऊंचे टावर का दर्जा प्राप्त होगा।

ये होगी खासियत

बापू के विचारों को समझने में होगी सहूलियत

बापू टावर (Bapu Tower) के निर्माण काम में खुद बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार (Nitish Kumar) भी खास दिलचस्पी ले रहे है, समय समय पर वह निर्माण स्थल पर जाकर इसका निरक्षण भी करते है।

एक विजिट के दौरान नितीश कुमार ने बापू टावर के डिजाइन को सुंदर और आकर्षक बताया, आगे उन्होंने कहा था कि, “बापू टावर से आने वाली पीढ़ी को उनके विचारों को समझने में सहूलियत होगी। अगर 10-15 प्रतिशत लोग भी बापू के विचारों को अपना लें तो समाज बदल जाएगा”।

अगले साल बनकर होगा तैयार

बताते चले कि बापू टावर के निर्माण कार्य में लगभग 79 करोड़ की लागत आएगी, फिलहाल 120 फीट ऊंचे इस टावर का निर्माण कार्य तेजी से कराया जा रहा है और इसे 2022 के मई तक पूरा कर लेने का लक्ष्य भी रखा गया है।