4 साल बाद खोला गया बिहार के इस प्रसिद्ध मंदिर के दानपेटी का ताला! नोट देखते ही उड़ गए सब के होश

बिहार के सहरसा जिल के महिषी प्रखण्ड क्षेत्र में संत व लोक देवता बाबा कारू खिरहर का एक प्रसिद्ध स्थान है, बीते दिनों इस मंदिर के दानपेटी को जब खोला गया तो देखने वाले सभी अचंभित रह गए।
कोसी नदी के तट पर बना संत शिरोमणि कारू बाबा के इस मंदिर की प्रसिद्धि नेपाल तक है। भारत और नेपाल के श्रद्धालु बड़ी संख्या में हर साल मंदिर में पूजा-पाठ करते हैं। यहां उनकी मनोकामना पूरी होती है। कोसी नदी में नहाने के बाद ही लोग मंदिर में प्रवेश करते हैं।
सभी के उपस्थिति में खुला ताला
सदर एसडीओ सह मंदिर न्यास कमिटी के अध्यक्ष के निर्देश पर प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी सह सीओ देवनंदन सिंह की उपस्थिति में प्रशासन के द्वारा लगभग चार साल के बाद मंदिर के सील दानपेटी का ताला खोला गया, लेकिन जैसे ही दानपेटी खुला सभी आश्चर्य में पर गए।
नोट देखकर हुई हैरानी
दरअसल एक स्थानीय विवाद के बाद मंदिर की दान पेटियों को बंद करके रख दिया गया था लेकिन चार साल बाद एक दान पेटी का ताला खोला गया। मंदिर की पेटी से लाखों रुपये के नोट निकले लेकिन उसमे बहुत से सड़े गले नोट भी निकले जिसे देखकर सभी को हैरानी हुई।
पिछले साल खोले गए थे 3 बक्से
इससे पहले मंदिर की तीन पेटियां खोली गई थी उसमे से 11 लाख से अधिक रुपये निकले थे, ग्रामीणों के अनुसार, साल 2019 में स्थानीय विवाद के बाद प्रशासन ने मंदिर के सभी सात दान पेटियों में ताला जड़ दिया था।
पिछले साल 25 अगस्त को मंदिर के तीन दानपेटी को खोला गया जिसमें करीब 11 लाख 51 हजार रुपये निकले थे जिसे मंदिर के बैंक खाते में जमा करवाया गया। उस समय भी एक लाख से अधिक रुपये सड़ी-गली अवस्था में मिले थे। इस बार भी दानपेटी से लाखों रूपए के सड़े नोट निकले है।
इस वजह से हुआ नुकसान
स्थानीय लोगों की माने तो नोटों का यह नुकसान देख रेख में कमी के कारण हुआ है। लोग बताते है कि जब श्रद्धालु भगवान को पानी और दूध चढ़ाते हैं तो उसका कुछ हिस्सा दान पेटी में गिर जाता है। इसी वजह से ये नोट क्षतिग्रस्त हो गए है।
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