Patna News: राजधानी की सड़कों पर कई दिनों से बंद है ऑटो व ई-रिक्शा का परिचालन, इस दिन पटना बंद का हुआ ऐलान; जाने वजह

बिहार की राजधानी पटना में ऑटो चालकों की हड़ताल मंगलवार को पांचवें दिन भी जारी रहने के कारण आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा पटना रेलवे स्टेशन से शहर के विभिन्न रूटों पर चलने वाली ई-रिक्शा और ऑटो का परिचालन बंद होने के कारण लोगों को सड़कों पर घंटे सवारी गाड़ी का इंतजार करते नजर आए|
बिहार राज ऑटो रिक्शा टेंपो चालक संघ के द्वारा एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है,जिसमें 5 सितंबर यानी टीचर्स डे के दिन पटना बंद करने का बड़ा ऐलान किया गया है। अब देखने वाले बात यह है कि सरकार संघ की बात मानेगी या नहीं….
जाने हड़ताल की वजह
बिहार राज ऑटो रिक्शा और टेंपो चालक संघ के उपाध्यक्ष नवीन मिश्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पटना जिला प्रशासन ने बिना हमें कोई अलर्ट जारी किए ऑटो स्टैंड को हटा दिया। स्टैंड हटा देने के बाद ऑटो चालकों के द्वारा जमकर विरोध किया गया उसके बाद पुलिस प्रशासन ने बदसलूकी किया गया।
नवीन मिश्रा ने साफ-साफ कहा जब तक ऑटो चालकों के लिए ऑटो वी ई रिक्शा स्टैंड की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाएगी तब तक चालकों के द्वारा हड़ताल जारी रहेगी। जानकारी के लिए आपको बता दे कि बीते गुरुवार की रात में पटना पुलिस प्रशासन की ओर से टाटा पार्क ऑटो स्टैंड को अचानक से हटा दिया गया था।
लोगो को हो रही है परेशानी
ऑटो और ई रिक्शा के हड़ताल के कारण आम लोगों और विद्यार्थियों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है| कुछ भी काम समय से नहीं हो पा रहा है, कुछ भी काम से कहीं आने-जाने के लिए लोग या तो पैदल नहीं तो अधिक दाम पर रिजर्व गाड़ी बुक सवारी कर रहे हैं|
आमतौर पर देखा जाए तो बोरिंग रोड के इलाके और रेलवे स्टेशन के इलाके में सवारी की अधिक भीड़ होती है, लगभग दिन भर में लाखों सवारी इन जगहों से इधर-उधर करते हैं। इस मामला में ऑटो चालकों का कहना है “जब तक हमारी मांगे सरकार पूरी नहीं करेगी तब तक हड़ताल जारी रहेगा”।
कुछ ऑटो चालक कर रहे है चालाकी
राजधानी की सड़कों पर ऑटो व ई रिक्शा ना चलने के कारण आम जनता को काफी परेशान होना पड़ रहा है,किसी भी जरूरी कार्य को करने के लिए सड़क पर उतरे जनता को कुछ ऑटो चालक को के द्वारा लूट जा रहा है। हड़ताल का फायदा उठाते हुए कुछ ऑटो चला को ने यात्रियों से मनचाहा किराया वसूल है।
कुछ यात्रियों का आरोप है कि जरूर से 10 गुना ज्यादा पैसा किराए के रूप में ऑटो चालकों के द्वारा मांगा जा रहा है। आमतौर पर देखा जाए तो आम लोगों को ऑटो वही रिक्शा के परिचालन के बंद होने पर काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।