महंगाई के जमाने में यहाँ मिल रहा 60 रुपये में भरपेट खाना, जानिए कहाँ है ये ढाबा

‘ऊंची दुकान फीका पकवान’! आपने ये कहावत जरूर सुनी होगी। जिसका मतलब है नाम बड़ा और गुणवत्ता में कम होना। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे दुकान के बारे में बताने जा रहें हैं, जिसकी गुणवत्ता की कोई सानी नहीं है।
महंगाई के जमाने में बड़े-बड़े होटलों को टक्कर देने वाले इस ढाबा में ग्राहकों को केवल 60 रुपए में भरपेट खाना खिलाता है। आपके भोजन में भी एक से एक आइटम परोसे जाते हैं। चावल, दाल सब्जी और भुजिया के साथ शुद्ध देसी घी, आम की चटनी, पापड़, दनौरी और अचार खाने के स्वाद में चार चांद लगा देते हैं।
खाने के साथ प्रसिद्ध है यहां की मिठाई
ढाबे पर खाना खा रहे लोगों से बातचीत के दौरान पता चला कि यह ढाबा सिर्फ स्वादिष्ट भोजन के लिए ही नहीं, बल्कि लजीज मिठाइयों के लिए भी बहुत लोकप्रिय है। दुकान के अहाते में ही रसोई बनी हुई है, जहां दाल तड़का बना रहे उदय सिंह ने बताया कि ग्राहकों को भगवन जैसा समझा जाता है।
इसलिए यहाँ उन्हें बैठाकर आदर सहित भोजन करवाया जाता है, भोजन के समय ग्राहकों से बार-बार परसन लेने के लिए भी पूछा जाता है।
आपको बता दें कि ढाबा के अंदर ही एक भंडारगृह भी है, जहां आपको अलग से चार-पांच की संख्या में हलवाई मिठाई बनाते दिख जाएंगे। संतोष कुमार ने बताया कि लोग उनके यहां का छेना भी बहुत पसंद करते हैं। फिलहाल छेने और गुलाब जामुन की कीमत 15 रुपए प्रति पीस है।
और पढ़े: हरिद्वार के हर की पौड़ी से भी सुन्दर बनेगा बिहार का सिमरिया धाम, ऐसा है नितीश सरकार का प्लान
जानिए कहां है ये ढाबा?
ढाबा के संचालक संतोष कुमार बताते हैं कि उनकी ‘अशोक स्वीट्स एंड नमकीन’ (Ashok Sweets And Namkeen Patna) पटना-गया रूट पर संपतचक के पास नारायण हॉस्पिटल के ठीक सामने स्थित है। उनके अनुसार – “इस ढाबे से कोई भी ग्राहक कभी निराश होकर भूखे पेट नहीं लौटता है।”
दरअसल यह ढाबा संतोष के पिता स्व. अशोक यादव के नाम पर ही चलती है। संतोष से पहले उनके पिता अशोक यादव ही इस ढाबा को संचालित करते थे। संतोष की माने तो उनके पिताजी ग्राहकों के आदर-सत्कार में कोई कमी नहीं होने देते थे। उनके बाद वह इस परंपरा को आगे निभा रहे हैं।