बिहार के इन 7 जिलों में सेब की खेती, 50% अनुदान के साथ किसानों को ट्रेनिंग, 15 जनवरी तक करें आवेदन

अब तक आप हिमाचल, कश्मीर और बाकि जगहों के सेब के बारे में ही सुनते आ रहे होंगे और खाते भी होंगे लेकिन बहुत ही जल्द बिहार में भी बड़े स्तर पर सेब की खेती जी जाएगी। बिहार में किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने एक सरहानीय कदम उठाया है जहाँ राज्य के 7 जिलों में सेब की खेती की योजना शुरू की गई है।
7 जिलों में होगी सेब की खेती
राज्य में सेब की खेती की संभावना को देखते हुए कृषि विभाग ने इस साल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 7 जिलों में सेब की खेती की योजना शुरू की है, जहाँ सातों जिले में 10 हेक्टयर में सेब की खेती होगी। खेती करने वाले किसानों को राज्य सरकार के तरफ से 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा जिसके लिए आवेदन की प्रक्रिया जारी है।
इन जिलों को किया गया है चयनित
बिहार के जिन 7 जिलों को इस प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है उसमे समस्तीपुर, भागलपुर, बेगूसराय, औरंगाबाद, वैशाली, कटिहार और मुजफ्फरपुर जिले का नाम शामिल है। विशेष उदयानिक फसल योजना (निजी व सार्जनिक कषेत) वर्ष 2021-22 के तहत सेब की खेती के लिए सभी जिले में भौतिक व वित्तीय लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है।
जानिए क्या होगी लागत
वैशाली, बेगूसराय और भागलपुर में 2-2 हेक्टेयर जबकि मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद, कटिहार और समस्तीपुर में एक-एक हेक्टेयर में खेती के लिए किसानों से 15 जनवरी तक आवेदन मांगा गया है। सेब की खेती की लागत इकाई प्रति हेक्टेयर 2 लाख 46 हजार 250 रुपए हैं। बता दें कि खेती जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी और ठंडे प्रदेशों में अधिक होती है।
इस तरह से करें आवेदन
सरकार द्वारा चयनित जिलों से इच्छुक किसान इस योजना के अंतर्गत आवेदन दे सकते है, आवेदन के लिए किसानों को बिहार सरकार के वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर जाकर अप्लाई करना होगा। आवदेन करने की आखिरी तारीख 15 जनवरी है।
आवेदन में जमीन का पेपर, आधार कार्ड, बैक पासबुक, किसान रजिस्ट्रेशन, फोटो आदि देना होगा, अधिक जानकारी के लिए किसान उद्यान विभाग के कार्यालय या मोबाइल नंबर 9431818947 पर भी संपर्क कर सकते है।
वैशाली में एक्सपर्ट्स देंगे ट्रेनिंग
आवदेन करने की आखिरी तारीख 15 जनवरी है, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सेब की खेती लिए जिन किसानों को चुना जाएगा, उन्हें वैशाली के देसरी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में ट्रेनिंग दी जाएगी।
किसानों को हिमाचल प्रदेश से हरिमन 99 वेराइटी का पौधा दिलाया जाएगा, शिक्षण सहित एक पौधे की लागत लगभग 200 रुपए होंगे। रिपोर्ट्स की माने तो पौधों के अलावा किसानों को ट्रेनिंग देने के लिए हिमाचल से एक्सपर्ट्स को भी बुलाया जाएगा।
तीन किस्तों में मिलेगा अनुदान
उद्यान विभाग के अनुसार, एक हेक्टेयर सेब की खेती पर दो लाख 46 हजार 250 रुपये की लागत आयेगी. इसमें किसानों को लागत का 50 प्रतिशत यानी एक लाख 23 हजार 125 रुपये का अनुदान मिलेगा। पथम किस्त का अनुदान 60 प्रतिशत के अनुसार 73 हजार 875 रुपये, दूसरी किश्त में 20 प्रतिशत के अनुसार 24 हजार 625 रुपये, तीसरी किश्त 20 प्रतिशत के अनुसार 24 हजार 625 रुपये मिलेगा।