बिहार के लाल को एमेजॉन ने दिया 1.8 करोड़ का सालाना पैकेज, NIT पटना में कर रहे पढाई

कोराना वायरस के संक्रमण के चलते पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था हिचकोले खा रही है। इसके बावजूद भारतीय छात्रों का डंका दुनिया भर में बज रहा है।
एमेजॉन जर्मनी ने पटना NIT में कंप्यूटर साइंस के अंतिम वर्ष के छात्र अभिषेक को ₹1.8 करोड़ का सालाना पैकेज ऑफर किया है।
अभिषेक को बर्लिन में सॉफ्टवेयर डेवलपर की जॉब देने का वादा किया गया है। यह अभिषेक के माता-पिता के साथ ही पटना NIT के लिए भी बड़ी उपलब्धि है।
मेहनत के दम पर लहराया सफलता का परचम
आपको बता दें कि इन दिनों कैंपस प्लेसमेंट का दौर चल रहा है। इसी सिलसिले में पटना NIT में भी बड़ी संख्या में मल्टीनेशनल कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आई थीं।

इनमें से एक एमेजॉन की जर्मनी शाखा ने अभिषेक का अंतिम रूप से चयन करते हुए उन्हें नौकरी का ऑफर दिया है। कोर्स खत्म होने के बाद अभिषेक को बर्लिन जाना होगा।
जानकारी के अनुसार, जमुई जिले के झाझा निवासी एक साधारण परिवार के अभिषेक ने अपनी मेहनत के दम पर सफलता का परचम लहराया है।
1 करोड़ 8 लाख रुपये का पैकेज किया ऑफर
पटना NIT में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने वाले अभिषेक को एमेजॉन जर्मनी ने 1 करोड़ 8 लाख रुपये का पैकेज ऑफर किया है।
एनआईटी पटना में अंतिम वर्ष के इस छात्र की सफलता पर उनका परिवार काफी खुश है। लोग अभिषेक को बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं।

बताया जाता है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब एमेजॉन ने इंटरनेशनल लेवल पर पटना एनआईटी के किसी छात्र का प्लेसमेंट किया है।
एमेजॉन में प्लेसमेंट के लिए अभिषेक ने 14 दिसंबर 2021 को कोडिंग टेस्ट दिया था. इसके बाद 13 अप्रैल को 1-1 घंटे का 3 राउंड में इंटरव्यू हुआ था। इसके बाद 21 अप्रैल को एमेजॉन जर्मनी की ओर से फाइनल सेलेक्शन का कंफर्मेशन आया था।
पिता अधिवक्ता और मां गृहणी
एमेजॉन में इंटरनेशनल लेवल पर जॉब ऑफर पाने वाले अभिषेक के पिता इंद्रदेव यादव जमुई सिविल कोर्ट में एडवोकेट हैं, जबकि उनकी मां मंजू देवी गृहणी हैं। अभिषेक 2 भाई में छोटे हैं।
उनका बड़ा भाई स्नातक कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। अभिषेक का परिवार झाझा शहर के गांधी चौक के पास एक किराए के मकान में रहता है।
अभिषेक बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में काफी होशियार थे। उन्होंने पहली से दसवीं तक की पढ़ाई झाझा शहर के स्कूल में की और पटना से प्लस टू किया।
साल 2018 में अभिषेक का पटना एनआईटी में दाखिला हुआ था। कंप्यूटर साइंस स्ट्रीम में दाखिला लेने वाले अभिषेक को कोडिंग में मन लगता है।
क्या कहते हैं अभिषेक?
अभिषेक ने बताया कि मेहनत और लगन से इंसान कोई भी सफलता हासिल कर सकता है। अभिषेक ने बताया कि बीते 13 अप्रैल को जर्मनी और आयरलैंड के अलावा भारत के कई विशेषज्ञों ने उनका इंटरव्यू लिया था।
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही उन्हें कोडिंग का शौक हो गया था। बेटे की सफलता पर पिता इंद्रदेव यादव ने बताया कि अभिषेक बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में होनहार था। आज बेटे की सफलता पर गर्व महसूस हो रहा है।