बिहार में किसानों की आमदनी बढ़ाने पर सरकार का जोर, एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट को तेजी से किया जाएगा प्रोमोट

बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने अपने सरकारी तंत्र को किसानों पर अधिक से अधिक फोकस करने को कहा है, CM नितीश ने एक निर्देश जारी करते हुए अधिकारियों से कहा है कि एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट को तेजी से प्रमोट करें, एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट में और वृद्धि होने से किसानों की आमदनी और बढ़ेगी।
शुक्रवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में कृषि विभाग ने समीक्षा बैठक के दौरान CM नीतीश को प्रजेंटेशन के माध्यम से एग्रीकल्चरल मार्केटिंग इनिशिएटिव के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के संबंध में तथा एग्रीकल्चरल मार्केटिंग की भविष्य की योजनाओं पर भी विस्तृत जानकारी दी। इस बैठक में कृषि शिक्षा के विस्तार पर भी चर्चा की गई।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के एग्रीकल्चर मार्केट को बेहतर ढंग से ऑर्गनाइज और डेवलप करना है, बाजार प्रांगणों के आधारभूत संरचना के विकास के लिए और तेजी से काम करें. उन्होंने कहा कि बिहार में कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिग परितंत्र तेजी से विकसित हो रहा है. हमने मोतिहारी में जाकर आलू अनुबंध कृषि मॉडल का मुआयना किया था, जो काफी अच्छा था. साथ ही इस कार्य से जुड़े किसानों की जानकारी से में काफी प्रभावित हुआ था।
आगे चलकर मुख्यमंत्री ने किसानों पर बातचीत करते हुए बताया कि राज्य में किसानों के हित में लगातार कार्य किए जा रहे हैं, किसानों के विकास के लिए तीन कृषि रोड मैप बनाने गए है जिसमें पूर्व किसान पंचायत के माध्यम से बड़ी संख्या में किसानों के सुझाव एवं सलाह लिए जाते है। उन्होंने कहा कि राज्य में फसलों का उत्पादन एवं उत्पादकता दोनों बढ़ी है. मखाना, चावल, गेहूं, मक्का आदि फसलों का प्रोडक्शन काफी बढ़ा है. यहां के लोगों की आमदनी का बहुत बड़ा आधार कृषि कार्य है. हमलोगों का लक्ष्य सिर्फ फसलों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाना ही नहीं है बल्कि किसानों की आमदनी भी बढ़ाना है।