रोहित के कप्तान बनने के बाद इस दिग्गज खिलाड़ी की वापसी नामुमकिन, क्या अब संन्यास ही आखिरी विकल्प!

After becoming the captain of Rohit, the return of this legendary player is impossible, is retirement the last option now!

अभी हाल ही में रोहित शर्मा को भारतीय टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया है। टी-20 और वनडे की कप्तानी मिलने के बाद रोहित शर्मा को अब भारतीय टेस्ट टीम का भी कप्तान बना दिया गया है। रोहित शर्मा के आते ही भारतीय टीम में कई बड़े बदलाव किए गए हैं। जिसमें से कुछ बड़े खिलाड़ियों को बाहर किया गया है, तो कुछ नए खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। लेकिन एक ऐसा भी खिलाड़ी है जो रोहित के कप्तान बनने से पहले ही वह टीम इंडिया से बाहर है। लेकिन अब रोहित के आने के बाद इस खिलाड़ी की वापसी के कोई भी चारा नहीं बचा है।

क्या इस खिलाड़ी के लिए अब सन्यासी ही आखिरी विकल्प?

रोहित शर्मा को अभी हाल ही में भारतीय टेस्ट टीम का नया कप्तान बनाया गया है। रोहित के आते ही चेतेश्वर पुजारा और अंजिक्य रहाणे जैसे दिग्गजों की छुट्टी हो चुकी है। ऐसा ही एक और दिग्गज खिलाड़ी है जो भारतीय टीम से काफी लंबे समय से बाहर बैठा हुआ है। हम बात कर रहे हैं भारतीय टेस्ट टीम के ओपनिंग बल्लेबाज मुरली विजय की।

बता दें कि मुरली विजय एक समय भारतीय टीम के काफी भरोसेमंद बल्लेबाज थे। लेकिन पिछले कुछ समय से मुरली विजय को भारतीय टीम में मौका नहीं दिया गया है। बता दें कि मुरली विजय दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेले थे। उसके बाद से उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में खेलने का मौका नहीं मिला।

उसके बाद मयंक अग्रवाल और फिर रोहित शर्मा ने उनका पत्ता टीम से काट दिया। मौजूदा समय में रोहित शर्मा भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान हैं। तो रोहित शर्मा के टीम से बाहर होने का कोई सवाल उठता ही नहीं है। मयंक और रोहित भारतीय टीम के लिए ओपनिंग करते हैं। ऐसा लगता है कि इन दोनों की वजह से मुरली विजय का भारतीय टेस्ट टीम से पूरी तरह से पत्ता कट गया है। अब मुरली विजय की वापसी के दरवाजे लगभग बंद हो गए हैं। मुरली विजय की वापसी अब लगभग नामुमकिन है। मुरली विजय के पास अब संन्यास लेने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचा है।

मुरली विजय का टेस्ट कैरियर

मुरली विजय ने भारत के लिए 61 टेस्ट मैच खेले हैं। 61 मैचों की 105 पारियों में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका मिला है। उन्होंने 105 पारियों में 3982 रन बनाए हैं। उनका औसत 38.29 का रहा है। उनका सर्वोच्च स्कोर 167 का रहा है। उन्होंने भारत के लिए 12 शतक और 15 अर्धशतक जड़े हैं। गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 1 विकेट भी लिया है।