NEET Success Story: बिहार की इस बेटी का बचपन से था डॉक्टर बनने का सपना, पहली कोशिश में ही मिली सफलता

बिहार के बच्चे राष्ट्रीय स्टार की परीक्षाओं में आये दिन अपने नए कीर्तिमान रचते जा रहे है। अभी हाल ही में जारी हुए नीट के रिजल्ट (NEET Results 2023) में इस बार भी बिहार के विद्यार्थियों ने अपना परचम लहराया है।
बात करे बिहार के मधुबनी जिले की तो यहाँ से आधे दर्जन से अधिक विद्यार्थियों ने नीट में सफलता पाई है। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से अधिकांश विद्यार्थियों ने अपने क्षेत्र में ही रहकर इसकी तैयारी की और सफलता पाई। रिजल्ट आने के बाद विद्यार्थियों के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
बचपन से था डॉक्टर बनने का सपना
मधुबनी जिले की कुमारी आस्था ने नीट की परीक्षा में 720 में से 659 नंबर हासिल किया है। ऑल ओवर इंडिया में आस्था का रैंक 4926 है। आस्था ने बताया की वह बचपन से डॉक्टर बनना चाहती थी। इसके लिए उसके पापा भी उसे मोटिवेट करते थे।
आस्था कहती है कि – “10वीं पास करने के बाद ही उसने डिसीजन ले लिया की अब उसे मेडिकल की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।” उसका कहना है कि बायो तो उसका शुरू से मजबूत था, लेकिन फिजिक्स में वह थोड़ी कमजोर थी।
फिर उसने इस ओर ध्यान देना शुरू किया और फिजिक्स को भी मजबूत करने में जुट गई। आपको बता दे की आस्था एमबीबीएस करने के बाद रेडियोलॉजी से पीजी करना चाहती है। यह उसका प्रथम प्रयास था।
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आकाश ने भी मारी बाजी
वहीँ मधुबनी जिले के रहिका के रहने वाले आकाश झा ने नीट की परीक्षा में 720 में 651 नंबर लाया है। आकाश मधुबनी के प्रसिद्ध साहित्यकार उदयचंद्र झा के पोते हैं और कुंदन कुमार झा और दीपा झा के पुत्र हैं।
आकाश को नीट में ऑल ऑवर इंडिया में 6744 वां रैंक मिला है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरु और माता-पिता को दिया। आकाश ने कहा कि – “वह हमेशा से डॉक्टर बनना चाहता था। जैसे ही रिजल्ट आया गार्डियन बहुत खुश थे।”