बिहार में गेस्ट टीचरों के बाद अब इनकी गई नौकरी, केके पाठक के फैसले से सड़क पर आए

बिहार में केके पाठक के विभाग ने फिर से बड़ी करवाई की है। जिसके तहत बिहार के सरकारी स्कूलों में गेस्ट टीचरों के बाद एजेंसी द्वारा नियुक्त किए गए आईसीटी इंस्ट्रक्टरों की नौकरी चली गई है।
शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जिस स्कूल में कंप्यूटर टीचर की नियुक्ति की जा चुकी है, अब वहां इंस्ट्रक्टर की कोई आवश्यकता नहीं है। इस फैसले से कल तक नौकरी कर रहे ये इंस्ट्रक्टर अब सड़क पर आ गए है।
190 स्कूलों में कंप्यूटर इंस्ट्रक्टरों की गई नौकरी
दरअसल बिहार के 190 स्कूलों में कंप्यूटर लैब के लिए इंस्ट्रक्टरों की नियुक्ति की गई थी। ये सभी इंस्ट्रक्टर एजेंसी के जरिए बहाल किए गए थे। जिनको हटाने के लिए अब कार्रवाई तेज कर दी गई है।
इस नौकरी के कारण इन सभी का परिवार चलता था। लेकिन शिक्षा विभाग के इस फैसले से इन लोगों के हाथ से नौकरी जा चुकी है और ये अचानक सड़क पर आ गए है।
हाल ही में शिक्षा विभाग ने हजारों की संख्या में गेस्ट टीचर्स को भी नौकरी से बाहर निकाल दिया था। इन दोनों में एक मात्र फर्क यही है, कि अतिथि शिक्षक की बहाली की कार्रवाई खुद शिक्षा विभाग ने की थी, जबकि इंस्ट्रक्टर की बहाली एजेंसी के द्वारा की गई है।
केके पाठक ने सभी डीईओ को जारी किया पत्र
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने इसको लेकर खुद बिहार के सभी डीईओ को पत्र जारी किया था। जिसके बाद से कल तक जो इंस्ट्रक्टर स्कूलों में आईसीटी इंस्ट्रक्टर के रूप में नौकरी कर रहे थे, वो अब बेरोजगार होकर सड़क पर आ गए हैं।
बता दे की इनकी बहाली अगस्त-सितंबर 2023 में की गई थी। स्कूलों में आईसीटी लैब के साथ आईसीटी इंस्ट्रक्टर और गार्ड की बहाली के लिए 13 एजेंसियों का चयन किया गया था।
इन एजेंसियों को राज्य के हरेक जिले के 05 विद्यालयों में आईसीटी लैब के लिए कंप्यूटर समेत अन्य व्यवस्था करने की जिम्मेवारी सौंपी गई थी।
कंप्यूटर इंस्ट्रक्टरों को हटाने के लिए आदेश जारी
शिक्षा विभाग की ओर से आईसीटी लैब वाले विद्यालयों में कंप्यूटर टीचर्स की भर्ती की गई है और जहां नहीं है, वहां अभी नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। वहीँ विभाग द्वारा एक आदेश जारी किया गया है कि जिन विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षक नियुक्त किए जा चुके है, वहां से आईसीटी के इंस्ट्रक्टर को हटा दें।
कंप्यूटर इंस्ट्रक्टरों को हटाने वाला यह अभियान समूचे बिहार में चल रहा है। सीतामढ़ी डीईओ प्रमोद कुमार साहू ने 10 अप्रैल 20224 को ही संबंधित प्रधानाध्यापक को पत्र भेजकर कंप्यूटर शिक्षक की नियुक्ति के बाद इंस्ट्रक्टर को हटाने का आदेश दिया था।
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