बिहार के भागलपुर IIIT की दो छात्राओं ने मारी बाजी, कैंपस सिलेक्शन में मिला 83-83 लाख का पैकेज

बिहार के भागलपुर IIIT ने फिर से अपने नाम एक और कीर्तिमान बना डाला है। यहाँ की दो छात्राओं को कैंपस सिलेक्शन के दौरान 83-83 लाख रूपए का पैकेज मिला है। इन्होंने गूगल हैकाथॉन में एक एआई प्रोजेक्ट (AI Project) बनाया था।
खास बात यह है की इन दोनों ही छात्राओं का कोर्स अभी खत्म भी नहीं हुआ है और इससे पहले ही इनका कैंपस सिलेक्शन हो गया है। आईये जानते है इनकी सक्सेस स्टोरी (Success Story) के बारे में।
भागलपुर IIIT की दो छात्राओं ने मारी बाजी
बिहार के भागलपुर के IIIT (IIIT Bhagalpur) में अपनी पढाई कर रही 2 स्टूडेंट्स इशिका और संस्कृति ने कमाल कर दिखाया है। इशिका और संस्कृति को सालाना 83 लाख रूपए का पैकेज मिला है।
भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान भागलपुर की छात्रा इशिका और संस्कृति ने सही दिशा और सही सोच के साथ मेहनत कर इस सफलता को हासिल करके कीर्तिमान रच डाला है।
बीटेक कंप्य्यूटर साइंस की पढाई कर रही इन दोनों छात्राओं को थर्ड ईयर में ही कैंपस सिलेक्शन हुआ है। ऐसा करके उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवा लिया है।
मिला सालाना 83 लाख रूपए का पैकेज
जहाँ इशिका झा हरियाणा की रहने वाली है वहीँ संस्कृति मालवीय उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली है। अभी जहाँ भागलपुर ट्रिपल आईटी सत्र 2020-24 के फाइनल इयर के छात्र छात्राओं का कैपस सलेक्शन पूरा भी नहीं हुआ है।
वहीँ इससे पहले सत्र 2021-25 बैच की स्टूडेंट्स इशिका और संस्कृति का तीसरे साल के दौरान ही कैंपस सिलेक्शन हो गया है। इन दोनों ने 83 लाख रूपए प्रतिवर्ष का पैकेज प्राप्त किया है।
बताया कैंपस प्लेसमेंट में सफलता का राज
कैंपस प्लेसमेंट में सफलता मिलने के बाद दोनों काफी खुश नजर आई। दोनों स्टूडेंट्स ने कहा कि – “हमारी कोशिश शुरू से ही थी कि किसी अच्छे कंपनी में जाए। इसके लिए हमने अपनी सोच अलग रखी और पहले साल से ही कोडिंग को सीखना शुरू कर दिया।
इसके साथ ही मॉक इंटरव्यू की भी तैयारी करती रही। सीनियर से उनके इंटरव्यू के बाद क्या सवाल किए ये भी पूछती थी। साथ-साथ उनसे कैसे तैयारी करनी है इसकी भी जानकारी उनसे लेती थी। इसके साथ ही सीनियर से अपना इंटरव्यू भी कराती थी।”
गूगल हैकाथॉन में कमाल का प्रदर्शन

गूगल हैकाथॉन (Google Hackathon) में इशिका झा ने कमाल का प्रदर्शन किया। हैकाथॉन के लास्ट राउंड यानि आईडियाथॉन (Ideathon) में उन्होंने जंगलों में लगने वाली आग का अनुमान लगाने के लिए आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) और मशीन लर्निंग (Machine Learning) का इस्तेमाल करते हुए एक प्रोजेक्ट बनाया था।
सभी जजों को यह प्रोजेक्ट काफी पसंद आया और इशिका झा को बड़ा ऑफर दे दिया गया। उन्हें अच्छे अंक मिले और वह टॉप 2.5 फीसदी लोगों में शामिल हो गईं। फिलहाल वह कोडिंग और वेब डेवलपमेंट स्किल पर काम कर रही हैं।
महिला सशक्तिकरण से जुड़ा एक ऐप बनाया
वहीं संस्कृति ने बताया कि गुगल हैकाथॉन में मैंने महिला सशक्तिकरण से जुड़ा एक ऐप बनाया इस ऐप की सहायता से महिलाए बिना पहचान बताए अपनी उन बातों को रख सकती है जो उन्हें सार्वजनिक तौर पर रखने में शर्म आती है। गुगल की तरफ से इस प्रोजेक्ट के लिए उन्हें 2.5 फीसदी अंक मिला था।
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