बिहार में 40 हजार प्रधान शिक्षक और 6 हजार प्रधानाध्यापकों की होगी भर्ती, जानिए BPSC की तैयारी

40 thousand head teachers and 6 thousand head teachers will be recruited in Bihar

बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की बंपर भर्ती के बाद अब शिक्षा विभाग प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षकों की भर्ती करने जा रहा है। शिक्षा विभाग ने 6000 से अधिक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक के रिक्त पदों पर बहाली के लिए प्रस्ताव तैयार किया है।

इसके साथ-साथ बिहार के 40 हजार प्रारंभिक स्कूलों में उतनी ही संख्या में प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति करने की तैयारी भी चल रही है। ऐसे में ये प्रदेश के युवाओं के लिए सुनहरा अवसर साबित होने वाला है।

बिहार में प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापकों की होगी भर्ती

बिहार में 40,000 प्रधान शिक्षक और 6,000 प्रधानाध्यापकों की भर्ती के लिए राज्य के सभी जिला पदाधिकारियों को इन पदों के रोस्टर क्लीयरेंस के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संभवत: सोमवार को इन दोनों पदों की वैकेंसी पर नियुक्ति के लिए अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग को भेज दी जाएगी। शिक्षा विभाग ने ऑफिसियली तौर पर इस आशय की जानकारी की पुष्टि की है।

6421 पदों की वेकेंसी में 380 लोगों ने ही किया ज्वाइन

उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के पूर्व इस भर्ती का विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा। बता दे की इससे पहले 2022 में बिहार लोक सेवा आयोग के जरिए 6421 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति का विज्ञापन जारी किया गया था।

लेकिन इस भर्ती के द्वारा सिर्फ 421 प्रधानाध्यापकों का ही सिलेक्शन हो पाया था। जिनमें से केवल 380 लोगों ने ही नौकरी ज्वाइन किया था। इस तरह खाली पड़े लगभग छह हजार पदों पर प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की जानी है।

बिहार के 40 हजार प्राइमरी स्कूलों में खाली पड़े है पद

प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार के 40 हजार प्रारंभिक या प्राइमरी स्कूलों में प्रधान शिक्षक के पद खाली पड़े हुए हैं। बिहार में प्रधान शिक्षकों की भर्ती के लिए बीपीएससी की तरफ से प्राइमरी टीचर के विभिन्न 40,506 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था।

हालांकि तकनीकी पेच के कारण परीक्षा का आयोजन नहीं हो पाया था। जिस वजह से राज्य के युवा पिछले दो सालों से इन भर्तियों का इंतजार कर रहे है।

नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा के लिए पाँच मौके

इधर, विभागीय सूत्रों का कहना है कि शिक्षा विभाग नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा पास करने का अवसर तीन की जगह पर पांच बार देने पर विचार कर रहा है। इस आशय का प्रस्ताव बनाया गया है।

इसी संदर्भ में सीतामढ़ी में निरीक्षण के लिए पहुंचे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कहा कि – “नियोजित शिक्षक प्रतिभाशाली हैं। काफी संख्या में बीपीएससी परीक्षा पास कर विद्यालय अध्यापक बने हैं।

उन्हें बस इस नरेटिव (धारणा) को तोड़ने के लिए परीक्षा पास करनी है कि नियोजित शिक्षक कम प्रतिभाशाली हैं। बस उन्हें परीक्षा के माध्यम से डेमोस्ट्रेशन देना है।”

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