BPSC Teacher Recruitment: बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुआ बड़ा बदलाव, क्वालिफाइंग मार्क्स हुआ जीरो, जानिए क्या है नया नियम?

बिहार में शिक्षक बनने की तैयारी में लगे युवाओं के लिए बहुत बड़ी खबर है। BPSC द्वारा आयोजित की जाने वाले शिक्षक भर्ती परीक्षा में बड़ा बदलाव किया गया है। जिसके अनुसार क्वालिफाइंग मार्क्स को घटाकर जीरो कर दिया गया है।
बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने इस संबंध में सोशल मीडिया ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए यह जानकारी शेयर किया है। आईये जानते है की बीपीएससी का ये नया नियम क्या है?
BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुआ बड़ा बदलाव

दरअसल बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (बीपीएससी) ने शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दूसरे चरण में भाषा (अर्हता) के क्वालिफाइंग मार्क्स को घटाकर शून्य कर दिया है। बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक की ओर से इस सबंध में अधिसूचना भी जारी किया गया है।
इस नोटिस में कहा गया है कि – “कक्षा एक से पांच तक की कक्षाओं को छोड़कर अन्य सभी कक्षाओं के विषयों की परीक्षा में पार्ट-1 भाषा (अर्हता) के अंक समाप्त कर दिए गए हैं।”
बता दे की पहले भाग में भाषा की 30 अंकों की परीक्षा में नौ अंक लाना अनिवार्य था। जिसे अब हटा दिया गया है। नौ अंक सिर्फ क्वालीफाई करने के लिए रखा गया था। इसे अब पूरी तरह से जीरो कर दिया गया है।
अब शिक्षक अभ्यर्थियों का मेरिट लिस्ट 120 अंकों पर ही बनाया जाएगा। इसके अलावा सिर्फ कक्षा 1 से 5 (प्राथमिक शिक्षक) तक के भाग-1 भाषा (अर्हता) में प्राप्त अंकों का ही उपयोग मेरिट सूची तैयार करने में किया जाएगा।
अभ्यर्थियों ने उठाया था सवाल
मालूम हो की बिहार शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण की परीक्षा के बाद कुछ अभ्यर्थियों की ओर से ये सवाल उठाया गया था कि भाषा की परीक्षा में उर्दू व पर्शियन के एक भी सवाल नहीं पूछे गए थे।
इसी कारण से BPSC ने सर्वसम्मति से 9 अंक की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। वहीं एक से पांचवीं कक्षा में भाषा के लिए तय अर्हता अंक में कोई बदलाव नहीं किया है। अर्हता से कम अंक प्राप्त करने पर अभ्यर्थियों को अनुउत्तीर्ण कर दिया जाएगा।
बीपीएससी अध्यक्ष ने दी ये जानकारी
बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि – “जैसा कि पहले घोषणा की गई थी, शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण में प्राथमिक शिक्षक परीक्षा का भाषा अनुभाग केवल योग्यता प्रकृति का है और इसके अंक केवल योग्यता निर्धारित करने में टाई ब्रेकर 2 के रूप में उपयोग किए जाएंगे।”
Just to clarify that as declared earlier, in TRE 2.0 PRT language section is only qualifying in nature and its marks will be used only as tie breaker 2 in determining the merit
— Atul Prasad (@atulpmail) December 18, 2023
जानिए क्या है नया नियम?
शिक्षक नियुक्ति के सेकंड फेज में अभ्यर्थियों की क्वालीफाईंग भाषा एवं सामान्य अध्ययन और विषय की परीक्षा दो अलग-अलग पेपर के बजाय एक ही पेपर में आयोजित की गई थी। प्रत्येक शिक्षक वर्ग के अभ्यर्थियों को 150 प्रश्नों वाली एक प्रश्न पुस्तिका दी गई, जो तीन अलग-अलग सेक्शन में विभाजित थी।
जहाँ सेक्शन एक में 30 अंक भाषा के लिए थे जो की क्वालिफाइंग था। जिसे अब बीपीएससी ने 18 दिसंबर 2023 को समाप्त कर दिया। खंड दो में सामान्य अध्ययन से 40 प्रश्न और खंड तीन में विषय से 80 प्रश्न थे। अब इन्हीं दोनों खंडों के 120 प्रश्नों के अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार किया जाएगा।
BPSC Teacher Recruitment Exam New Rule 2023 PDF

Source: BPSC
डीएलएड के अभ्यर्थियों को सुधार का मौका
इसके साथ बीपीएससी ने बिहार शिक्षक भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा के कक्षा 6 से 8 के अध्यापक पद के लिए जिन अभ्यर्थियों की ओर से एनआईओएस के माध्यम से डीएलएड के प्रशैक्षणिक योग्यता के आधार पर आवेदन किया है या बीएड का प्रमाण पत्र भी धारित करते हैं तो वैसे अभ्यर्थी यदि चाहे तो बीएड के प्रशैक्षणिक योग्यता का भी चयन कर सकते हैं।
अभ्यर्थी 19 से 20 दिसंबर 2023 तक अपने डैश बोर्ड में लॉगिन करके ये सुधार कर सकते हैं।