BPSC TRE 2023: बिहार शिक्षक भर्ती में कई विषयों में कड़ी टक्कर, तो कुछ विषयों में ऐसा होगा हाल, जानिए क्या है स्थिति

बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा के बाद से सभी इसके आंसर की और रिजल्ट का इंतजार कर रहे है। वहीँ कई अभ्यर्थियों को इस बात की भी चिंता है की उनके विषय में कितना कॉम्पिटिशन है?
ऐसे में आपको बता दे की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के कई विषयों में सीट के बराबर शिक्षक भी नहीं मिलेंगे। वहीँ कुछ विषयों में अभ्यर्थियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा रहेगी। आईये जानते है क्या है वास्तविक स्थिति?
नियुक्ति के बाद भी कई पद रह जाएंगे खाली
दरअसल बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से ली गई शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में जितने पदों का सृजन किया गया हैं, उस हिसाब से कई विषयों में अभ्यर्थियों की संख्या कम है। ऐसी स्थिति में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक दोनों में नियुक्ति के बाद भी कई पद खाली रह जाएंगे।
इससे पहले बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने ट्वीट कर जानकारी भी दी थी कि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में कुछ विषयों को छोड़कर कई विषयों में अभ्यर्थी अगर सिर्फ तय अर्हता अंक प्राप्त कर लेंगे तो सफल हो जाएंगे। ऐसे में खाली पदों पर भर्ती करने के लिए बिहार शिक्षक भर्ती का दूसरा चरण साल के अंत तक देखने को मिल सकता है।
एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को ही मिला मौका
इधर, बिहार बोर्ड ने माध्यमिक और उच्च माध्यमिक परीक्षा के लिए आवेदन प्राप्त कर लिया है। इस बार बीपीएससी ने एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को ही परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया था। बिहार बोर्ड ने वर्ष 2019 में माध्यमिक (9वीं से 10वीं) में सात विषयों की परीक्षा आयोजित की थी।
जिसमें कुल 1 लाख 33 हजार 293 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, वहीं 53715 अभ्यर्थी अलग-अलग विषयों में सफल हुए थे। उच्च माध्यमिक (11वीं से 12वीं)में आठ विषयों की परीक्षा हुई थी। परीक्षा में कुल 45,284 अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिसमें से 26,687 अभ्यर्थियों को सफलता मिली थी।
अर्हता लायक अंक प्राप्त करने पर नौकरी पक्की
मालूम हो की उच्च माध्यमिक में पदों की संख्या 57,616 है, जबकि परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या मात्र 39 हजार है। उच्च माध्यमिक में कंप्यूटर साइंस में पदों की संख्या 8395 है, जिसके लिए परीक्षा में 17 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए।
वहीँ गणित में 2673 पदों के लिए 2700 अभ्यर्थी शामिल हुए। जन्तु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन शास्त्र, अंग्रेजी, मैथिली और भौतिकी में रिक्त पदों से कम अभ्यर्थी शामिल हुए हैं। ऐसे में अभ्यर्थी तय अर्हता लायक अंक प्राप्त कर लेंगे तो नौकरी पक्की है।
वहीं 2019 में 11वीं और 12वीं के लिए सामाजिक विज्ञान के विषयों की परीक्षा नहीं हुई थी। इससे रिक्त पदों के अनुसार पद नहीं भरेंगे। यही कारण है आयोग ने चार सितंबर से लेकर 12 सितंबर तक रिजल्ट के पहले ही शिक्षक अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन कराने का निर्देश दिया है।