बिहार सरकार का अब तक का सबसे बड़ा फैसला, स्कूल चलेंगे तो बंद रहेंगे सभी कोचिंग सेंटर; जाने टाइमिंग और वजह

KK Pathak New Order-बिहार शिक्षा व्यवस्था में लगातार सुधार किया जा रहा है| ऐसे में मुख्य सचिव केके पाठक के द्वारा ताबड़तोड़ कड़े फैसले लिए जा रहे हैं| बता दें कि पिछले दिन इनके द्वारा एक और नया फरमान जाती किया गया, जिससे बाद सभी कोचिंग संचालकों में हड़कंप मच गया है|
बंद हो जाएंगे कोचिंग संस्था ?
बिहार शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव केके पाठक ने आदेश जारी करते हुए राज्य के जितने भी कोचिंग संस्था सुबह के 9:00 बजे से शाम के 4:00 बजे तक चलते हैं,उन्हें बंद करने का निर्देश दिया गया है| स्कूल में विद्यार्थियों के कम अटेंडेंस को देखते हुए यह बड़ा फैसला लिया गया है|
जानकारी के लिए आपको बता देते राज्य भर के 10वीं और 12वीं के बच्चे अधिकांश रूप से स्कूल छोड़ कोचिंग इंस्टिट्यूट में पढ़ाई करते हैं। इस फैसले के पीछे सरकार का मनमानी तरीके से चल रहे कोचिंग संस्थाओं पर रोक लगाना अहम मकसद है।
कोचिंग बंद करने के उद्देश्य
मनमानी तरीके से चलाए जा रहे हैं 9:00 से 4:00 तक सभी कोचिंग संस्थाओं को बंद करने के निर्देश के पीछे सबसे बड़ा उपदेश है,बच्चों को स्कूल जाना, आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि कोचिंग के चलते बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं।
पूरे राज्य के सभी सरकारी स्कूल व कॉलेज में विद्यार्थियों के उपस्थिति बेहद कम देखी जा रही है। इसी को देखते हुए केके पाठक ने सभी जिला के अधिकारियों को पत्र लिखकर तत्काल आदेश जारी करने के निर्देश दिए है।
इस गंभीर विषय पर कहते हैं केके पाठक
केके पाठक ने नियम लागू करने से पहले जिला पदाधिकारी को एक पत्र लिखा था जिसमें कहा था राज्य भर के सैकड़ों कोचिंग सेंटर स्कूल के समय चलाया जाता है। इसी कारण बच्चे बहुत कम स्कूल आप पाते हैं।
सबसे बड़ी चौका देने वाली बात के के पाठक में अपने पत्र में आगे लिखा ” मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि कोचिंग संस्था में सरकारी शिक्षक व विद्यालय के समय पहुंचकर पढ़ाते हैं” अब इस खबर में कितनी सच्चाई है वह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
75% उपस्थिति बेहद जरूरी
जानकारी के लिए आपको बता दें कि साल 2024 फाइनल बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए विद्यार्थियों का 75% कक्षा में उपस्थिति बेहद जरूरी है। यदि आपका उपस्थिति पूरा नहीं होता है तो आप के एडमिट कार्ड पर बिहार बोर्ड के द्वारा रोक लगा दी जाएगी और आप परीक्षा नहीं दे पाएंगे।
इसे लेकर सभी सरकारी स्कूल में बायोमैट्रिक अटेंडेंस मशीन पहुंच चुकी है। जिसके मदद से 1 जुलाई से ऑनलाइन अटेंडेंस बनाई जा रही है। जिला के अधिकारियों को सत्ता में एक या दो बार निरीक्षण करने के आदेश दिए गए है।