बिहार में पुराने वाहन कबाड़ में बेचे, नई गाड़ी पर 60 हजार तक फायदा! जानिए स्क्रैप पॉलिसी की पूरी जानकारी

अब बिहार के वाहन मालिक लंबे समय से प्रतीक्षित स्क्रैप नीति का लाभ उठा सकेंगे। इसके साथ साथ 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को स्क्रैप घोषित करने का विकल्प चुनने वाले वाहन मालिकों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
बिहार में बढ़ते वायु प्रदूषण और सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने पिछले साल फरवरी में केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित नीति के आधार पर अपनी स्क्रैप नीति की घोषणा की है।
आपको बता दे की फिलहाल यह नीति आज तक अप्रभावी रही है। क्योंकि कोई भी अधिकृत एजेंसी पुराने वाहनों को कुचलकर आधिकारिक तौर पर स्क्रैप घोषित नहीं कर पाई।
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि – “स्कैप नीति से उत्साहित होकर, उद्यमियों ने पटना और बारह अन्य शहरों में चार स्क्रैप प्लांट स्थापित करना शुरू कर दिया है। उम्मीद है, अगस्त के अंत तक पटना में कम से कम दो स्क्रैप सेंटर चालू हो जाएंगे।”
कबाड़ में बेचे वाहन, 60 हजार तक का होगा फायदा
वहीँ स्क्रैप पॉलिसी में रोड टैक्स और रिजस्ट्रेशन फीस में राहत के जरिए नए वाहनों की खरीद पर 60 हजार तक का मुनाफा हो सकता है। प्रोत्साहन का लाभ उठाने के लिए, वाहन मालिकों को अधिसूचित अधिकारियों के समक्ष अपने वाहनों को स्क्रैप घोषित करने के लिए आवेदन करना होगा।
एक बार मंजूरी मिलने के बाद, वाहनों को स्क्रैपिंग प्लांट में कुचल दिया जाएगा और धातु के ढेर में बदल दिया जायेगा। स्क्रैप पॉलिसी का लाभ उठाने के लिए अधिकृत स्क्रैपिंग प्लांट द्वारा जारी प्रमाण पत्र वाहन डीलरों को दिखाना होगा।
नए वाहन खरीदने पर मिलेगी छूट
परिवहन विभाग के अधिकारी ने बताया कि – “विभाग पर्सनल वाहनों के लिए 25% और व्यवसायिक वाहनों के लिए 15% का एकमुश्त रोड टैक्स लाभ देने की योजना पर विचार कर रहा है।”
उन्होंने कहा, – “कैबिनेट की मंजूरी के लिए अगले कुछ हफ्तों में मसौदे को अंतिम रूप दिया जाएगा। साथ ही वाहन मालिकों को अपने पुराने वाहनों का पंजीकरण नंबर बरकरार रखने भी विकल्प दिया जाएगा।”
इन शहरों में लगेगा स्क्रैपिंग प्लांट
जानकारी के अनुसार सरकार तमाम विभागों के दफ्तरों में खड़े लगभग 2,000 पुराने वाहनों को पहले स्क्रैपिंग प्लांट में भेजना शुरू कर सकती है बख्तियारपुर स्क्रैपिंग सेंटर अगस्त के अंत तक शुरू हो जाएगा। फिलहाल यहाँ चीन और ताइवान से आई अत्याधुनिक मशीन लगाई जा रही है।
जबकि बाढ़, पटना सिटी और बिहटा में स्थापित किए जा रहे 3 अन्य संयंत्रों में कुछ सप्ताह और लग सकते हैं। वैशाली, हाजीपुर, सीवान, बांका, भागलपुर, दरभंगा, पूर्णिया, गोपालगंज, कटिहार, समस्तीपुर, मधुबनी, सहरसा और मधेपुरा में भी उद्यमियों द्वारा वाहन क्रशिंग प्लांट लगाए जा रहे हैं।