Electricity In Bihar: बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बना बिहार, सफल हुआ बाढ़ NTPC का चौथा ट्रायल, जानिए वर्तमान क्षमता

अब बिहार को दूसरे से बिजली नहीं खरीदनी होगी क्यूंकि बिहार बिजली उत्पादन के मामले में खुद आत्मनिर्भर हो गया है। दरअसल पटना जिला में स्थित बाढ़ NTPC प्लांट की चौथी इकाई ने काम करना शुरू कर दिया है और इसके साथ ही बिहार में सरप्लस बिजली का उत्पादन भी होने लगा है।
आपको बता दे की बाढ़ अनुमंडल में स्थित बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्लांट की वर्तमान में 660 मेगावाट की 3 इकाइयों के माध्यम से कुल 1980 मेगावाट का वाणिज्यिक विद्युत उत्पादन हो रहा है।
NTPC की चौथी इकाई वाणिज्यिक उत्पादन के लिए तैयार
फिलहाल बिहार को इस संयंत्र से अभी 1526 मेगावाट बिजली मिल रहा है। अब एनटीपीसी के प्लांट से 660 मेगावाट की चौथी इकाई ने भी सफलतापूर्वक काम करना शुरू कर दिया है।
बाढ़ के स्टेज-1 की दूसरी यूनिट ने अपने 72 घंटे के फुल लोड ट्रायल रन ऑपरेशन लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। NTPC के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन ने बताया कि – “फुल लोड ट्रायल रन ऑपरेशन के सफल होने का मतलब है कि यह यूनिट आधिकारिक तौर पर वाणिज्यिक उत्पादन के लिए तैयार है।”
बिहार को अभी मिल रही 1526 मेगावाट बिजली
जानकारी के लिए बता दे की 660 मेगावाट की इस यूनिट से उत्पादित बिजली का 58 फीसदी हिस्सा यानि 383 मेगावाट बिहार को मिलेगा, बाकि झारखंड, ओडिसा और सिक्किम को आवंटित किया जायेगा। इसके लिए सफल फुल लोड-ट्रायल ऑपरेशन (टीओ) के बाद जरूरी कमीशनिंग गतिविधियां भी पूरी की जा चुकी है।
अब बिहार को बाढ़ प्लांट से मिलने वाली बिजली का कोटा भी 1526 मेगावाट से बढ़ कर 1909 मेगावाट हो गया है। वहीं, प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता वर्तमान में 1980 मेगावाट से बढ़कर 2640 मेगावाट हो गयी है।
वर्तमान में 660 मेगावाट की तीन इकाइयों के माध्यम से कुल 1980 मेगावाट का वाणिज्यिक विद्युत उत्पादन हो रहा है, जिसमें से बिहार को अभी 1526 मेगावाट बिजली मिल रही है। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी से बिहार का वर्तमान बिजली आवंटन भी 6560 मेगावाट से बढ़कर 6943 मेगावाट पहुंच जाएगा।
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2016 से कर रही लगातार उत्पादन
ज्ञात हो कि बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के दूसरे स्टेज की 660 मेगावाट की दो इकाइयां (यूनिट 4 और 5) क्रमश: 15 नवंबर, 2014 और 18 फरवरी, 2016 से लगातार बिजली का उत्पादन कर रही हैं। स्टेज वन की पहली 660 मेगावाट इकाई नवंबर 2021 से बिजली का वाणिज्यिक उत्पादन कर रही है।
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बिहार में बन रही 660 मेगावाट की एक और इकाई
एनटीपीसी के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (पूर्व-1) डीएसजीएसएस बाबजी ने कहा कि – “वर्तमान में एनटीपीसी की बिहार राज्य में लगभग 80 हजार करोड़ की निवेश के साथ कुल 6 परियोजनाओं में 9070 मेगावाट (मेगावाट) की स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता है, जबकि 660 मेगावाट की क्षमता निर्माणाधीन है।”
वहीं, बाढ़ परियोजना के कार्यकारी निदेशक असित दत्ता ने कहा कि – “रिकॉर्ड समय में सभी एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर इस यूनिट के ट्रायल-रन ऑपरेशन के लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। पहले चरण की तीसरी और अंतिम इकाई का काम प्रगति पर है और इसके अगले साल तक पूरा होने की पूर्ण संभावना है।”