Bihar Weather Report: टूटने जा रहा है 122 साल पुराना बड़ा रिकॉर्ड, मौसम विभाग ने कह दी बड़ी बात; देखे पूरा आंकड़ा

Bihar Weather Report- तो क्या बिहार में 122 साल पुराना रिकॉर्ड टूटने जा रहा है ? तो क्या बिहार पर बड़ा संकट मंडराने लगा है ? क्या एक बार फिर से बिहार वाले जमीन की दरारें देखेंगे ? क्या एक बार फिर से अन्नदाता हौसला हारकर प्रकृति को कोसेंगे? ऐसे कई सवाल हैं जो फिलहाल मौसम को लेकर चल रहे हैं|
टूट जाएंगे सारे रिकॉर्ड
जिस प्रकार बिहार में समय से पहले मॉनसून आता है। बावजूद इसके लोगों को घर में बेहाल करती है उससे कई सारी बातें समझ आने लगी है, इतना ही नहीं इस बार 122 सालों का रिकॉर्ड टूटने की संभावना इसलिए जताई जा रही है। क्योंकि आज से ठीक 122 साल पहले साल 1901 में कुछ ऐसा ही हुआ था।
आज का ताज़ा मौसम अपडेट Click Here
खबर जरूरी है,इसीलिए जरा ध्यान से सुनिएगा और समझने की कोशिश कीजिएगा इस बार का मौसम क्या कुछ कह रहा है और क्या संकेत दे रहा है क्या बिहार पर कोई बड़ा संकट मंडरा रहा है क्या बिहार में सूखे की स्थिति एक बार फिर से पैदा होने वाली है बिहार के कुछ हिस्सों में बारिश जरूर हो रही है। राजधानी पटना में अभी बारिश की शुरुआत जरूर हुई है लेकिन बिहार में इस साल मानसून समय से पहले आया पर कुछ खास असर नहीं छोड़ पाया है।

मौसम की मार से लोग परेशान
अब तक के हालात अगर देखें तो सवाल कई उठने लगे हैं इस कारण दक्षिणी हिस्से के कई जिलों में सूखे के हालात बने हुए हैं जून में दसकों को बाद इतनी कम बारिश हुई है। जिसके बाद यह कहा जा रहा है 2023 के जून में सबसे कम बारिश होने के 122 सालों का पुराना रिकॉर्ड टूट जाता है वह जून में पिछले 10 सालों में सबसे कम बारिश 2017 में 84.6 मिलीमीटर हुई थी।
जबकि राज्य में लगातार पिछले 3 सालों से जून में सामान्य से अधिक बारिश हुई है बिहार में सामान्य तौर पर मानसून प्रवेश करने की निर्धारित तिथि 13 से 15 जून है लेकिन इस साल 12 जून को है मॉनसून बिहार में प्रवेश कर गया था बावजूद इसके राज्य में सबसे कम बारिश होने का रिकॉर्ड टूटने के कगार पर है ।
जानकारी के अनुसार बिहार में 12 जून को मानसून ने दस्तक दी पहुंचने के बाद बंगाल की खाड़ी से मिलने वाली नवी में कमी आने से इसे आगे बढ़ने ताकत नहीं मिल रही थी इस कारण सीमांचल में ही मॉनसून रुक गया इसके बाद 19 जून को मानसून आगे बढ़ा और 25 जून को पूरे बिहार में छाया हालांकि फिर भी राज्य में अच्छी बारिश की स्थिति नहीं बन पाए अब जुलाई महीने में यह मॉनसून के पूरी तरीके से सक्रिय होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
समझते हैं आंकड़ों से
आंकड़ों से समझें जून में 10 सालो के बाद इतनी कम बारिश हुई है बिहार में जून में कम बारिश का 122 साल का रिकॉर्ड टूट सकता है।महीना खत्म होने में अब ज्यादा दिन नहीं बचाया यू कह सकते हैं कि जून का महीना बीतने वाला है लेकिन रात में मात्र 28.6 मिलीमीटर ही बारिश हुई है मौसम विभाग के पास 1991 से आंकड़ा उपलब्ध है।
1901 से अब तक के आंकड़े को देखें तो ऐसा लग रहा है कि बिहार में 122 सालों का रिकॉर्ड टूटने वाला है यदि ऐसा हो जाता है तो बिहार पर एक बार फिर से संकट मंडरा रहा है। कई हिस्सों में बारिश कम होने से या नहीं के बराबर होने से किसान सूखे की मार झेल सकते हैं।
ये भी पढ़े:-सेल्फी के चक्कर में फंस गए नेताजी! वंदे भारत में चढ़े तभी बंद हो गया गेट, फोन पर बातचीत का वीडियो वायरल