Rath Yatra 2023: बिहार में निकली भगवान श्रीजगन्नाथ की रथ यात्रा, 40 फिट ऊँचे भव्य रथ को देखने उमड़ी भीड़

Rath Yatra 2023 in Bihar: बिहार की राजधानी पटना में भगवान श्रीजगन्नाथ की रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra 2023) निकाली गई। जिसे देखने के लिए सड़कों पर लोगों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी। आपको बता दें, की बिहार में सिर्फ पटना में ही ऐसी रथयात्रा निकलती है।
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा इस्कॉन मंदिर से शुरू होती हैं और लगभग 10 किमी तक भक्त इनके रथ को खींचते हैं। इस बार दोपहर बाद करीब साढ़े 3 बजे यात्रा निकली। इस रथ यात्रा में भाग लेने के लिए विदेशी श्रद्धालु भी पहुंचे है।
पटना में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा
पटना के बुद्धमार्ग स्थित इस्कॉन के श्री राधा बांके बिहारी जी मंदिर से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ दिखी। लोग भगवान जगन्नाथ और भगवान श्री कृष्ण की जयकारे लगाते नजर आ रहे थे।

Credits: Amar Ujala
रथ पर 40 फीट ऊंचे फूलों से सुसज्जित भव्य रथ पर भगवान श्रीजगन्नाथ, श्रीबलदेव एवं देवी सुभद्रा जी की सुसज्जित प्रतिमा बरबस सबका मन मोह ले रही है। वहीँ इस्कॉन मंदिर परिसर में श्रद्धालु हजारों की संख्या में उमड़ पड़े।
Patna Rath Yatra 2023 का रूट
वहीँ मुंबई से आए इस्कॉन के जनरल सेक्रेटरी ने लोगों को बधाई दी और उनसे आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में रथयात्रा में हर साल शामिल होकर कृष्ण भक्ति प्राप्त करें।
रथ यात्रा बुद्धमार्ग स्थित इस्कॉन मंदिर से शुरू होकर इनकम टैक्स गोलंबर, विद्युत भवन, बिहार संग्रहालय, वीमेंस कॉलेज रोड होते हुए पुन: उसी रास्ते बुद्धमार्ग स्थित श्री राधा बांके बिहारी जी मंदिर पहुंचकर संपन्न होगी।
पहली बार रॉक बैंड हो रहा शामिल
इस्कॉन मंदिर की ओर से निकलने वाली रथयात्रा के दौरान पहली बार यूक्रेन, रूस और लंदन से आये दस भक्त अपनी श्रद्धा अपने रॉक बैंड के जरिये प्रदर्शित किया।

इसके साथ-साथ उन्होंने भजन कीर्तन के लिए विशेष कीर्तन मंडली के साथ भी भाग लिए। वहीँ रथ यात्रा से पहले रथ को अलग-अलग प्रजातियों के फूलों से सजाने का काम देर रात तक जारी था।
पटना में कब हुई भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत?
आपको बता दें की पटना में इस्कॉन मंदिर की ओर से साल 2000 में पहली बार भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत की गयी थी। शुरुआती दौर में श्रद्धालुओं की संख्या सैकड़ों में थी, लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या हजारों में पहुंच गयी है।
पहले केवल यहां स्थानीय श्रद्धालु ही रथ यात्रा में भाग लेते थे, पर अब तो इसकी सीमा अन्य देशों तक भी पहुंच चुकी है। यही कारण है कि भगवान जगन्नाथ रथ को खींचने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मची रहती है।
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पहली बार मुंबई से मंगाया गया था रथ
23 साल पहले जब पटना में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत हुई थी, तब मुंबई से रथ को तैयार कर मंगवाया गया था। उस समय रथ को तैयार करने में लगभग पांच लाख रुपये से अधिक की लागत आयी थी।