बिहार के ट्रक ड्राइवर का बेटा बना भारतीय सेना में अफसर, जानिए इनकी कहानी

bihar drivers son became officer in Indian army

UPSC और SSC बिहार के युवाओं की पहली पसंद है, लेकिन बिहार से कई युवा भारतीय सेना में भी चयनित होते है। हाल ही में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी गया में 23 वां पासिंग आउट परेड आयोजित किया गया।

जिसमे पासिंग आउट परेड के बाद पिपिंग समारोह हुआ जहां कुल 82 जेंटलमैन कैडेट्स सेना में अधिकारी बन गए। जिसमें भारत के 72 जवान जबकि 10 अधिकारी मित्र देश श्रीलंका, म्यांमार और भुटान के हैं।

बिहार के कुल 7 जेंटलमैन कैडेट्स का चयन भारतीय सेना में अधिकारी के रूप में हुआ है। बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले सुखविंदर सिंह भी उनमें से एक हैं। सुखविंदर के पिता ट्रक ड्राइवर हैं। उनका सफर काफी प्रेरणादायक है, आइए जानते हैं उनकी कहानी……….

गाँव के लोगों के लिए गर्व की बात

सुखविंदर कटिहार के बरारी प्रखंड के लक्ष्मीपुर गांव के निवासी हैं। वह अपने गांव के पहले ऐसे व्यक्ति है जो आर्मी मे अधिकारी बने हैं। ये गाँव के लोगों के लिए गर्व की बात है।

इनके गांव में अधिकांश लोग मुलतः सिख समुदाय से है। सुखविंदर के पिताजी ड्राइवर थे, लेकिन बेटे ने जबसे आर्मी ज्वाइन किया तो उन्होंने अब  ड्राइविंग छोड दी है। पिपिंग समारोह में सुखविंदर के माता पिता दोनों पहुंचे हुए थे और बेटे के इस उपलब्धि पर काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।

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जानिए सुखविंदर की कहानी

सुखविंदर ने बताया कि – “वह कटिहार के बरारी के रहने वाले हैं। मेरी पढाई सैनिक स्कूल पुरुलिया पश्चिम बंगाल से हुई है। इन्होंने आर्मी में टेक्निकल इंट्री स्कीम के तहत ज्वाइन किया था। चार साल तक ट्रेनिंग लेने के बाद आज सेना मे अधिकारी बने हैं। वो इस उपलब्धि पर बहुत खुश हैं।”

सुखविंदर आगे बताते है कि उनके पिता ड्राइवर थे, लेकिन आर्मी ज्वाइन करने के बाद फिलहाल उन्होंने ड्राइविंग छोड़ दी है। घर में मम्मी पापा के अलावा उनकी एक बहन भी है।

सुखविंदर का कहना है कि – “अपने घर परिवार को आगे ले जाना है और उनके सारे सपने पूरे करने है।” वहीं सुखविंदर के पिता समरेंदर सिंह ने बताया कि – “बेटे के इस उपलब्धि पर काफी खुशी है। गर्व महसूस हो रहा है। इसके लिए सुखविंदर ने काफी मेहनत की है। 30 साल तक हमने ड्राइविंग किया और अब बेटा अधिकारी बना है।”

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