बिहारी किसानों में खुशी की लहर ,मिथिला मखाना को मिला GI Tag अब पूरे विश्व में होगा बिक्री

bihar mithila makhana

Bihar Mithila Makhana-मखाना मिथिला की पहचान है लेकिन अब मखाना के कारण मिथिला की पहचान देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी होने वाली है और इसके पीछे का कारण है मिथिला मकान आपको जी आई टैग मिलना लेकिन यहां पर बताना जरूरी है कि मखाना की खेती करना हर किसी के बस की बात नहीं है बल्कि यह ज्यादातर सैनी समाज के लोगों के द्वारा की जाती है| 

GI Tag के फायदे

किसी भी प्रोडक्ट का GI Tag उनके इलाके को दर्शाता है मिथिला मखाना ए जी आई टैग मिलने के कारण अब दुनिया भर के लोगों को या पता चल जाएगा कि मखाना मिथिला का प्रोडक्ट है और इससे जुड़ी किसी भी चीज के लिए सीधे मिथिला आएंगे जिससे यहां के किसान और मखाना के व्यापारियों वह होगा फायदा

अनुभवी हैं यहां के किसान

इस काम में वह होते हैं या यूं कहें कि पूर्वजों से मखाना की खेती करते रहने के कारण उन्हें भी इस खेती का पूरा अनुभव होता है और यह खेती पानी के अंदर किया जाता है कांटे भरे मखाने की खेती पूरी होने के बाद पानी से मसाने के काले होते निकाले जाते हैं फिर उसे कड़ी धूप में सुखाया जाता है फिर घर ही में गर्म करती हैं ज्यादा गर्म होता है बैठे घर के पुरुष को लेकर पीट-पीटकर निकालने का काम शुरू कर देते हैं|

मिथिला को मिलेगी अलग पहचान

केंद्र सरकार और राज्य सरकार अलग-अलग स्कीम से मखाना उत्पादन में लगे ना सिर्फ किसान को फायदा मिल रहा है बल्कि फायदा ना खाना कारोबार से जुड़े दरबारी को भी मिल रहा है मिथिला मखाना तो जी आई टैग मिलने के करीब 1 वर्ष के अंदर दरभंगा मखाना अनुसंधान केंद्र को भी राष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिलने के बाद मखाना कारोबार से जुड़े लोग फिर से उत्साहित हो गया है|

सरकार भी है किसानों के साथ

इसके साथ मखाना की खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार भी अलग-अलग तरह के स्कीमें लेकर किसानों को मदद करती है हालांकि छोटे किसानों को सरकार के स्कीम का फायदा कितना मिलता है यह उन्हें खुद पता नहीं लेकिन तुम्हें सिर्फ इतना पता है कि सरकार मखाना किसानों के साथ जो भी कर रही है उससे इसका फायदा जरूर मिलेगा

कारोबारियों को होगी फायदे

इन सब से हट कर देते तो मखाना से जुड़े बड़े कारोबारी को मिथिला मखाना को जीआई टैग मिलने और दरभंगा मखाना अनुसंधान केंद्र को राष्ट्र दर्जा मिलने का फायदा साफ दिखाई देता है यही वजह है कि अब उन्हें लगता है कि आने वाले समय में मिथिला के मखाना अलग पहचान मिल जाएगी