बिहार में बुनकर के बेटे को भारत के टॉप 20 में मिला स्थान, JEE में 100 पर्सेंटाइल, पिता ने पैसों के चलते छोड़ी थी पढाई

Gulshan Kumar And His Success Story

देश भर के IITs में प्रवेश के लिए होनेवाली परीक्षा JEE Mains में विलेज ऑफ आईआईटीयंस के नाम से मशहूर बिहार के गया जिले के पटवा टोली के 38 स्टूडेंट्स ने क्वालीफाई किया है।

इनमें 20 बच्चों ने 90 पर्सेंटाइल से ज्यादा स्कोर किया है, जबकि यहां के गुलशन को 100 पर्सेंटाइल आए हैं। वह देश भर के टॉप-20 की लिस्ट में शामिल हुए हैं।

गांव के तीन बच्चे (महिका, सनी और सौरभ) ऐसे हैं, जिन्हें 99 पर्सेंटाइल से ज्यादा स्कोर है। वहीं 5 स्टूडेंट्स (प्रिंस, नीतीश, प्रांजल, गुलशन और इंद्रदेव) ने 95 पर्सेंटाइल से ज्यादा स्कोर किया है।

Gulshan has joined the list of top-20 across the country
गुलशन देश भर के टॉप-20 की लिस्ट में शामिल हुए हैं

गुलशन को छोड़ दें तो सभी बच्चों ने गांव में रहकर ही परीक्षा की तैयारी की है। ये गांव में संचालित ‘वृक्ष’ संस्थान में ग्रुप स्टडी के माध्यम से परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।

टॉपर गुलशन की कहानी, कभी ट्यूशन नहीं गए

मानपुर पटवा टोली के शिवचरण लेन के रहने वाले गुलशन के पिता तुलसी प्रसाद पेशे से बुनकर हैं। पावरलूम से उनका घर चलता है। तीन बच्चों के पिता शिवचरण कहते हैं कि उनकी सालाना आमदनी 1 लाख से भी कम है। मैट्रिक के बाद उन्हें पैसे के अभाव में अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी।

Children celebrating in Patwa group after the result
रिजल्ट के बाद पटवा टोली में जश्न मनाते बच्चे

वे कहते हैं कि उनके हालात ऐसे हैं कि वे अपने बेटे को ट्यूशन तक पढ़ाने में सक्षम नहीं है। गुलशन ने 10वी में 86 पर्सेंट अंक अपनी मेहनत से हासिल किया। इसके बाद वो अपनी काबिलियत के बूते फिट्जी के फॉर्चून-40 प्रोग्राम में सलेक्ट हुआ। वो वहां फ्री में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा है।

आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर इंजीनियरिंग करना चाहता है गुलशन

गुलशन के माता-पिता ने भले पावरलूम चलाने में अपनी पूरी जिंदगी चलाई हो, लेकिन गुलशन के ख्वाब बड़े हैं। वो आईआईटी दिल्ली या आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहता है।

गुलशन के पिता ने बताया कि वो 9वीं के बाद से अभी तक स्कूल नहीं गया है। 9वीं और 10वीं में कोरोना आ गया। इसके कारण उसकी स्कूलिंग प्रभावित हुई।

Gulshan celebrating with his parents and brothers
गुलशन अपने माता-पिता और भाइयों के साथ खुशी मनाते हुए।

11वीं में उसका चयन फिट्जी के कार्यक्रम में हो गया। उन्होंने बताया कि वो मानपुर के ही ब्रिटिश इंग्लिश स्कूल से 12वीं की पढ़ाई कर रहा है। अगले महीने उसकी बोर्ड की फाइनल परीक्षा होनी है। अभी तक उसने 12वीं भी क्वालिफाई नहीं की है।