पंचायत चुनाव के बाद सोलर लाइट से जगमग होंगे बिहार के सभी गांव, जानिए क्या है नीतीश सरकार की तैयारी

बिहार के सभी गांव की गलियां इस साल के अंत तक सोलर लाइट से जगमग हो जाएँगी, नितीश सरकार पंचायत चुनाव समाप्त होते ही गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना को साकार करेगी। फिलहाल इस प्रोजेक्ट के लिए एजेंसियों का चयन किया जा रहा है।

आपको बता दे कि पहले चरण में सोलर लाइट बनाने वाली कंपनी का चयन किया गया था जिसके बाद अब उन कम्पनयों का चयन किया जा रहा है जो गांवों में जाकर सोलर स्ट्रीट लगाएंगी। ब्रेडा (बिहार रिन्यूअबल इनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी) अपने स्तर से इन कम्पनयों का चयन कर रही है।

पहली कंपनी वो होगी जो सोलर प्लेट बनाने से लेकर बैट्री बनाने सहित इससे संबंधित अन्य उपकरण बनाती है, दूसरी एजेंसी वह होगी, जो गांवों में जाकर केवल सोलर लाइट लगाएगी। अर्थात, ये बनाने वाली कंपनियों से खरीदारी कर गांवों में केवल सोलर लाइट लगाएंगे। दोनों तरह की एजेंसियों की संख्या 100-100 से अधिक होगी। चयनित एजेंसियों को छोटे जिले में एक तो बड़े जिले में दो-तीन को जिम्मेवारी दी जाएगी।  दो एजेंसियों के चयन के पीछे ब्रेडा का उद्देश्य है कि अगर कोई एक एजेंसी ब्लैक लिस्टेड हो भी जाए तो गांवों में सोलर लाइट में आई खराबी को दूर करने में कोई परेशानी न हो।

तीन स्तर की कमेटी होगी

गांव में लगने वाले सोलर लाइट के बेहतर रखरखाव के लिए तीन स्तर पर कमेटी काम करेगी जिसका प्रमुख विकास आयुक्त होंगे। इस कमेटी में पंचायती राज व ऊर्जा विभाग के अधिकारी होंगे वहीं जिला स्तर पर बनी कमेटी में डीएम प्रमुख होंगे। इसमें बिजली कंपनी, ब्रेडा, पंचायती राज विभाग के अधिकारी सदस्य होंगे।

क्रियान्वयन के स्तर पर पंचायत स्तर पर भी कमेटी काम करेगी। इसके प्रमुख पंचायत सचिव होंगे। पंचायत स्तरीय कमेटी ही प्रमाणित करेगी कि अमुक एजेंसी ने गांवों में सोलर लाइट लगाया है। इसके बाद ही एजेंसी को कुल भुगतान की जाने वाली राशि का 70% हिस्सा मिलेगा। बाकी 30% राशि पांच साल के लिए रखरखाव मद में 12 किस्तों में भुगतान किया जाएगा।