बिहार में केके पाठक के विभाग का ऐसा है हाल, 58 लाख बच्चों ने छोड़ी पढाई

58 lakh children of Bihar left studies midway

बिहार के केके पाठक अपने सख्त अंदाज और कड़े फैसलों की वजह से चर्चा में बने हुए रहते है। लेकिन इस बार वो गलत वजहों से सुर्ख़ियों में बने हुए है, क्यूंकि ये मामला उनके ही विभाग से जुड़ा हुआ है।

दरअसल बिहार के 58 लाख बच्चों ने बीच में ही कक्षा छोड़ दी है। यू-डायस 2023-24 को लेकर बिहार के विभिन्न जिलों से प्राप्त आंकड़ों से इस बात का खुलासा हुआ है। आईये जानते है पूरा मामला।

बिहार में 58 लाख बच्चों ने छोड़ी पढाई

ताजा रिपोर्ट की माने तो राज्य में 58 लाख बच्चे ऐसे है, जिन्होंने इस सत्र में पढ़ाई शुरू ही नहीं की है। सूबे में पहली से 12वी तक के ये ऐसे बच्चे हैं, जो पिछले साल तक विद्यालयों में थे।

इसको लेकर 20 फरवरी 2024 तक की रिपोर्ट की समीक्षा भी की गई है। शिक्षा विभाग इस मामले को लेकर चिंतित है कि बच्चे बीच में ही अपनी पढ़ाई क्यों छोड़ रहे हैं? विभाग अपने अधिकारियों पर कार्रवाई भी कर रहा है।

वेतन बंद करने की कार्रवाई शुरू

आंकड़ों के अनुसार पिछले साल तक बिहार में कुल 2,44,77,511 बच्चे नामांकित थे। जिसमें से 58 लाख बच्चे ऐसे है, जिन्होंने इस सत्र में पढ़ाई शुरू नहीं की। यही नहीं, राज्य में कुल नामांकित बच्चों में से अभी तक केवल 53 फीसदी का ही आंकड़ा यू-डायस पर उपलब्ध कराया गया है।

बिहार शिक्षा परियोजना की प्रशासी पदाधिकारी शाहजहां ने बच्चों के वर्गवार अपडेशन को लेकर 29 फ़रवरी 2024 तक का अल्टीमेटम दिया है। इसके अलावा 38 जिलों के डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान से लेकर एमआईएस का वेतन बंद करने की कार्रवाई शुरू की गई है।

यू-डायस में देना होता है प्रमोशन से लेकर नए नामांकन का आंकड़ा

गौरतलब है की यू-डायस में बच्चों के अगली कक्षा में प्रमोशन से लेकर नए नामांकन को लेकर बच्चों का आंकड़ा देना पड़ता है। जहाँ पहले केवल संख्या दी जाती थी, वहीँ अब नाम, पते के साथ बच्चे का पूरा रिकार्ड देना होता है।

एक बच्चे का दोहरा एडमिशन नहीं हो, बच्चों के नाम पर सरकारी योजनाओं की गड़बड़ी न की जा सके, इन बातों को लेकर एक-एक बच्चे की आईडी के साथ रिकार्ड देना होता है।

ऐसे बच्चों को ही मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ

बता दे की बिहार में यू-डायस पोर्टल पर एक करोड़ 30 लाख बच्चों की ही इंट्री है। विभाग के निर्देशानुसार जिन बच्चों की इंट्री यू-डायस पर होगी, उन्हें ही सभी तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।

मुजफ्फरपुर में पिछले साल नामांकित बच्चों की रिपोर्ट 10,63,929 की दी गई है, जिनमें 1,51,935 बच्चों की इस साल शुरूआत नहीं करने की रिपोर्ट दी गई है। इसके अलावा जिले में अब तक 6,87,985 बच्चों की इंट्री यू-डायस पर हुई है।

सबसे कम इंट्री शिवहर में 18 फीसदी, लखीसराय में 20, पू. चम्पारण में 23 फीसदी इंट्री हुई है। सीतामढ़ी में 34 फीसदी, प.चम्पारण में 35 फीसदी इंट्री हुई है।

और पढ़ें: बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत इतनों का हुआ चयन, इन लोगों को मिलेंगे 2-2 लाख रूपए

और पढ़ें: BPSC Vacancy 2024: बीपीएससी ने निकाली एक और भर्ती, नई बहाली के लिए इस दिन से करे आवेदन