|

छोटा कद लेकिन हौसला बुलंद, बिहार बोर्ड की परीक्षा दे रही 38 इंच की रूपा की कहानी

38 inch Roopa appearing for Bihar Board exam

बिहार में फिलहाल BSEB द्वारा 10वीं की परीक्षा ली जा रही है। ऐसे में एक वाकया सामने आया है जो चर्चा का विषय बना हुआ है। बिहार बोर्ड की परीक्षा देने आईं रूपा कुमारी की कहानी कुछ ऐसी है।

रूपा का उदाहरण यह साबित करता है की अगर आपके हौसले बुलंद हो को कद, काठी, रंग आदि कुछ मायने नहीं रखता। कद भले ही छोटा है लेकिन उनका बुलंद हौसला हमें याद दिलाता है की जीवन में कुछ करने और कुछ बन जाने के लिए कद-काठी और रंग-रूप हमें नहीं रोक सकते हैं।

बिहार बोर्ड की परीक्षा दे रही 38 इंच की रूपा

दरअसल राज्य में बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। सुबह पहली पाली के दौरान जब मातृभाषा के पेपर देने उम्मीदवार परीक्षा सेंटर पहुंचे तो समय से पहले ही रूपा वहां आकर कतार में खड़ी हो गई थी।

रूपा की आंखों में परीक्षा के लिए उत्सुक्ता साफ-साफ़ दिख रही थी। परीक्षा सेण्टर पर सबकी निगाहें उन्ही की तरफ थी और लोग उनके बारे में चर्चा कर रहे थे।

10वीं बोर्ड की परीक्षा देने आईं रूपा बिहार जिले के मड़वन प्रखंड के खलीलपुर की निवासी हैं। उनके पिता पेशे से एक किसान है और रूपा घर की सबसे बड़ी बेटी हैं। परीक्षा देने के लिए रूपा की छोटी बहन भी साथ में पहुंची थीं।

पढ़ लिखकर पुलिस ऑफिसर बनने का है सपना

आजतक से परीक्षा केंद्र पर बातचीत के दौरान रूपा ने बताया की – “तैयारी काफी बेहतर है। पढ़ लिखकर पुलिस ऑफिसर बनना है।” रूपा ने आगे कहा कि – “हमारी लंबाई 38 इंच है, लेकिन हमारे हौसले की ऊंचाई कोई नाप नही सकता।

मेरे पिताजी एक छोटे किसान हैं। हम खलीलपुर गांव की रहने वाली हूं, मड़वन हाई स्कूल में पढ़ती हूं और पढ़-लिखकर एक पुलिस ऑफिसर बनना चाहती हूं।”

बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षाएं 23 फ़रवरी तक

1694781 students registered for class 10th examination in Bihar.
बिहार में 10वीं की परीक्षा के लिए कुल 16,94,781 स्टूडेंट्स ने कराया रजिस्ट्रेशन

इस वर्ष बिहार बोर्ड परीक्षा में लाखों छात्र अपनी किसमत का फैसला कर रहे हैं। राज्य के भीतर इस साल 10वीं की परीक्षा के लिए कुल 16,94,781 छात्र-छात्राओं ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है।

जिनमें 8,72,194 छात्राएं और 8,22,587 छात्र शामिल हैं। बिहार में 38 जिलों के 1585 केंद्रों पर इस परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। बिहार बोर्ड 10वीं की यह परीक्षाएं 23 फरवरी 2024 को खत्म हो जाएंगे।

जूता-मोजा पहनकर परीक्षा देने की नहीं है अनुमति

14 फ़रवरी 2024 को मातृभाषा विषयों की परीक्षा ली गई। वहीँ इस साल बिहार बोर्ड ने जूता-मोजा पहनकर परीक्षा देने की परमिशन नहीं दे रखी है। परीक्षार्थियों को सलाह है की परीक्षा देने से पहले एडमिट कार्ड की हार्ड कॉपी, पेन, पेंसिल आदि जरूरी सामान ले जाना ना भूलें।

इसके साथ-साथ यह भी याद रखें कि परीक्षा केंद्र के भीतर मोबाइल, ब्लू-टूथ या किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने की सख्त मनाही बिहार बोर्ड के तरफ से जारी की गई है।

और पढ़ें: JEE Topper: किसान का बेटा बना बिहार जेईई टॉपर, गाँव से की थी 10वीं तक की पढाई

और पढ़ें: बिहार के इतने नियोजित शिक्षकों ने भरा सक्षमता परीक्षा का फॉर्म, बढ़ाई गई आवेदन तिथि