Bihar Tourism: बिहार के पर्यटक स्थलों पर मिलेंगी ये 23 विशेष सुविधाएं, New Year 2024 पर बनाए घूमने का प्लान

बिहार में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार रोज नए कोशिशें कर रही है। इसी क्रम में अब राज्य सरकार द्वारा नई पर्यटन निति भी बनकर तैयार हो चुकी है। पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किए गए इस नीति पर उद्योग विभाग ने अपनी सहमति दे दी है।
इसके लागू होने के बाद से बिहार के छोटे पर्यटन स्थलों के दिन जल्द बहुरेंगे। राज्य में पर्यटकीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी और इसके लिए सरकार द्वारा अनुदान भी दिया जाएगा।
बिहार में 7 सेक्टर में बांटा गया पर्यटन क्षेत्र
बिहार की नई पर्यटन निति के जरिए टूरिज्म सेक्टर में होटल, रेस्टारेंट उद्योग को बढ़ावा दिए जाने का प्लान है। राज्य कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद यह पुरे बिहार में लागू हो जाएगा।
इस नीति के तहत पर्यटन को नई ऊंचाई देने के लिए इसे कुल 7 सेक्टर में बांटा गया है। बिहार में ज्यादातर टूरिस्ट धार्मिक और विरासत स्थलों की सैर करने ही आ रहे हैं। अब सांस्कृतिक, इको, साहसिक (एडवेंचर) और ग्रामीण पर्यटन को भी बढ़ावा देने की योजना बनाई गई है।
छोटे शहरों को मिलेगा ज्यादा महत्व
इसके अनुसार बिहार के इन छोटे शहरों के पर्यटन स्थलों में सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा:
- बेगूसराय में कांवर झील, जयमंगलागढ़
- जहानाबाद में वानावर, बीबी कमाल का मकबरा, बराबर गुफा
- मुंगेर में भीमबांध, मुंगेर किला
- सारण में आमी दरबार, चिरांद और हरिहर क्षेत्र
- पूर्वी चंपारण में केसरिया, अरेराज, ओरवेल जन्मस्थली, लेक टाउन
- मधेपुरा में सिंहेश्वर स्थान, पश्चिमी चंपारण में लौरिया नंदनगढ़, भितिहरवा गांधी आश्रम
- रोहतास में धुआं कुंड, रोहतास गढ़ किला, मांझर कुंड वाटरफाल, तुतला भवानी वाटरफाल, कशिश जलप्रपात, शेरशाह मकबरा, इंद्रपुरी डैम
- नालंदा-बोधगया
ऐसे में आप भी न्यू ईयर 2024 के लिए बिहार के इन जगहों पर अपने परिवार समेत घूमने और पिकनिक मनाने का प्लान बना सकते है।
21 शहरों में 64 पर्यटन स्थलों का होगा विकास

इन सात सेक्टर में आने वाले टूरिस्ट डेस्टिनेशन को चिह्नित कर लिया गया है। जिसे एफटीडी (Focus Tourism Destination) का नाम दिया गया है। इन सभी स्थलों के लिए यातायात की सुविधा विकसित की जाएगी।
निजी उद्यमियों को प्रोत्साहित कर अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। हर जिले में एफटीडी यानी (फोकस टूरिज्म डेस्टिनेशन) चिह्नित कर लिए गए हैं। इन पर्यटन स्थलों पर बिहार सरकार विशेष ध्यान देगी।
इसके तहत पहले चरण में 21 जिलों और शहरों में कुल 64 पर्यटन स्थलों का विकास किया जाना है। इन पर्यटन स्थलों के आसपास दस किमी की परिधि में कई सुविधाएं विकसित होंगी।
राज्य के पर्यटक स्थलों पर मिलेंगी ये 23 विशेष सुविधाएं
बिहार के पर्यटन स्थलों में जो सुविधाएं विकसित की जानी हैं, उनमें होटल, हेरिटेज होटल, वेलनेस रिसोर्ट, पुराने होटल का जीर्णोद्धार, कन्वेंशन सेंटर, जनसुविधा, डोरमेट्री, एडवेंचर टूरिज्म प्रोजेक्ट, वेलनेस टूरिज्म प्रोजेक्ट, थीम पार्क, इंटरटेनमेंट जोन, गोल्फ कोर्स यूनिट, कारवां टूरिज्म, साउंड एंड लाइट शो, थीम रेस्टोरेंट, ग्रामीण टूरिज्म प्रोजेक्ट, टूरिस्ट विलेज, टूरिज्म और हॉस्पीटलिटी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट इत्यादि शामिल है।
इसके अलावा पहली बार एमआईसीई (मीटिंग इन्सेंटिव, कॉन्फ्रेंस और एग्जीबिशन) और सप्ताहांत(वीकेंड) पर्यटन को भी इसमें शामिल किया गया है। हर तरह की सुविधा के लिए अलग-अलग लागत मूल्य तय किया गया हैं। इसी के अनुसार हर सुविधा के लिए अनुदान दिए जाएंगे।
विकास के लिए राज्य सरकार देगी अनुदान
इन पर्यटन स्थलों पर सुविधाएं विकसित करने के लिए अनुदान देने का भी प्रावधान किया गया है। दस करोड़ तक की परियोजना पर अधिकतम दो करोड़ या 30 प्रतिशत, 50 करोड़ तक की परियोजना पर 7.5 करोड़ या 25 फीसदी और 50 करोड़ से ऊपर की परियोजना पर अधिकतम 15 करोड़ या 25 परसेंट अनुदान दिया जाएगा।
इसके साथ-साथ गया, बोधगया, नालंदा, राजगीर, वैशाली, वाल्मीकिनगर में सुविधाएं विकसित करने पर 5 फीसदी एक्स्ट्रा अनुदान देने का भी प्रावधान इसमें शामिल किया गया है।
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