बिहार में फ्लाईओवर के नीचे लगती है 2 घंटे की निःशुल्क पाठशाला, गरीब बच्चों को शिक्षित करने की अनूठी पहल

बिहार में फ्लाईओवर के नीचे एक खास पाठशाला का संचालन किया जा रहा है। इस पाठशाला में वैसे बच्चों को शिक्षा दी जा रही है जो पढाई की उम्मीद छोड़ शहर में इधर-उधर भटकते रहते थे। या फिर गरीबी और तंगहाली के चलते शिक्षा से महरूम थे।
बिहार की ये पाठशाला इसलिए भी खास है क्योंकि यहां के शिक्षक पढ़ाने के बदले बच्चों से कोई फीस नहीं लेते हैं। इस नेक पहल की शुरुआत रोशन कुमार ने 5 मई 2019 किया था। अब इससे कई लोग भी जुड़ गए हैं। रोशन कुमार झुग्गी-झोपड़ी में गुजर बसर करने वाले जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।
रेलवे ओवरब्रिज और NH-31 के बीच बच्चों की पाठशाला
दरअसल बिहार के बेगूसराय शहर के लोहियानगर रेलवे ओवरब्रिज और NH-31 के बीच बच्चों की पाठशाला लगाई जाती हैं। अब तक इस पाठशाला से 600 से भी अधिक बच्चे पढ़कर आगे का रास्ता तय करने निकल चुके हैं।
मालूम हो की ये पाठशाला 6वीं तक है। यहां से 6वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्रों को दूसरे स्कूल से ग्रेजुएट कराने की व्यवस्था की जाती है। फीस के साथ-साथ अन्य खर्चे पाठशाला की तरफ से उठाया जाता हैं।
पाठशाला के संचालक रोशन कुमार बताते हैं यहां पर इस सत्र में 85 बच्चों को पढ़ने के लिए आठ शिक्षक अपनी सेवा दे रहे हैं। आपकों बता दें कि बच्चों की इस पाठशाला में हर रोज दो घंटे सुबह 7 से 8 और शाम में 5 से 6 बजे तक पढाई होती है।
आम लोगों के सहयोग से चलता है संस्थान
रोशन कुमार ने बताया कि आम लोगों के सहयोग से यह संस्थान चलता है। इस संस्थान में कई रिटायर्ड शिक्षक, अधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ता जुड़कर बच्चों को शिक्षा दान कर रहे हैं। इस पाठशाला को बनाने का लक्ष्य केवल यही था कि आर्थिक अभावों के कारण कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे।
पाठशाला में पढ़ रही एक छात्रा पूजा ने बताया कि उनको पढ़ने में बहुत तकलीफ आई थी। घर में पिताजी पढ़ाई के लिए सपोर्ट नहीं करते थे। ऐसे में काफी मुश्किलों के साथ पढ़ाई पूरी की। आज पूजा भी इसी पाठशाला में शिक्षिका है और अपने जैसे कई बच्चों को पढ़ा भी रही है।
पाठशाला के संचालक रोशन कुमार बताते हैं इन बच्चों को जिले के सामाजिक कार्यकर्ता, अधिकारी, डॉक्टर अपने जन्मदिन या किसी भी शुभ अवसर पर किताब, कलम, पेंसिल, बेंच डेस्क आदि दान करते हैं।
और पढ़े: बिहार में बदला सभी कोचिंग क्लासेज का टाइमिंग, बिहार सरकार ने लिया बड़ा फैसला; देखें नया टाइम टेबल
बच्चों के लिए मोटिवेशनल क्लास और ताइकोइंडो
इसके अलावा यहां पढ़ने वाले बच्चों को रोशन अपने निजी पैसे से किताबों के अलावा जरुरत की सारी सुविधा उपलब्ध कराते हैं। इस विद्यालय में बच्चों के लिए मोटिवेशनल क्लास भी लगाई जाती है।
इसके अलावा छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए ताइकोइंडो भी सिखाया जाता है। हाल ही में यहां की पढ़ने वाली खुशी और राधा ने नेशनल लेवल पर ताइक्वांडो में हिस्सा लेकर बिहार का प्रतिनिधित्व किया था।