बिहार में वापस बरामद हुई 150 साल पुरानी धुप घड़ी, ऐतिहासिक धरोहर को ले गए थे चोर

150 year old sun clock recovered in Bihar

पिछले कुछ दिनों से बिहार और सोशल मीडिया पर ‘धूप घड़ी’ की ब्लेड चोरी की घटना चर्चा में है। 150 साल पुरानी यह धुप घड़ी बिहार के रोहतास जिला के डेहरी ऑन सोन के एनीकट में सन 1871 में ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाई गई थी। इस 9 फरवरी को जब सुबह सुबह लोगों ने देखा कि उनके शहर का गौरव कहे जाने वाली ऐतिहासिक धूप घड़ी के धातु के ब्लेड की चोरी हो गई है, तो पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गया।

इस घटना पर पूरे शहर ने अपनी चिंता जताई थी। पुलिस प्रशासन भी मामले की गंभीरता को देखते हुए सक्रिय हो गई। लगातार 2 दिनों तक गहन छानबीन और छापेमारी के बाद पुलिस को सफलता हाथ लगी है और धूप घड़ी की ब्लेड बरामद कर ली गयी है। आपको बता दें कि पुलिस के लिए यह कार्य चुनौतीपूर्ण था।

पुलिस ने ली राहत की सांस

150 year old sun watch
150 साल पुरानी धुप घड़ी

पुलिस ने धूप घड़ी की ब्लेड बरामद होने के बाद राहत की सांस ली है। सिंचाई विभाग के अधीन स्थित इस ऐतिहासिक धूप घड़ी के चोरी होने से पुलिस पर भी कई सवाल उठ रहे थे। क्योंकि इसी इलाके में शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआईजी और रोहतास एसपी का कार्यालय और आवास है।

एसपी द्वारा गठित की गई एसआईटी

ऐतिहासिक महत्व की वस्तु के चोरी हो जाने के बाद लोगों में काफी आक्रोश का माहौल था। इस आक्रोश को देखते हुए रोहतास के एसपी आशीष भारती ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया था। उसके बाद उन्होंने एसआईटी के गठन की घोषणा की थी।

गौरतलब है कि ब्रिटिश काल में सोन नहर प्रणाली को विकसित करने के उद्देश्य से डेहरी ऑन सोन में यांत्रिकी कार्यशाला की स्थापना की गई थी। जिसमें काम करने वाले मजदूरों और कामगारों के लिए इस ‘सन वॉच’ का निर्माण किया गया था। लेकिन रखरखाव के अभाव में इसकी स्थिति खराब होती जा रही थी।

यहां यह भी बता दें कि यह धुप घड़ी डिहरी की एक पहचान मानी जाती है। लोगों को जैसे ही सूचना मिली कि पुलिस ने चोरी की गई धूप घड़ी को बरामद कर लिया है, तो लोगों ने संतोष जाहिर किया है। चोरी की घटना के बाद सिंचाई विभाग ने एफआईआर दर्ज करवाई थी।