डेंगू के मच्छर रहेंगे आपसे कोसों दूर अपनाएं विशेष मंत्र, 10 सप्ताह 10 बजे 10 मिनट

फिर से बरसात का मौसम आ गया है और हम सब जानते हैं कि बरसात में कितने ज्यादा मच्छर पनपते हैं ।तो इस वक्त हमें खुद को और अपने परिवार को डेंगू से बचाना है। बिहार राज्य सरकार भी दिल्ली सरकार से प्रेरित होकर डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक नारा दिया है जो 10 सप्ताह ,10 बजे ,10 मिनट है।
आइए आपको बताते हैं कि क्या है इसका मतलब और कैसे आप इसे अपने जीवन में अपना कर डेंगू जैसे खतरनाक बीमारी से बच सकते हैं।
गत वर्षों से ली गई सीख
बिहार राज्य में पिछले कई वर्षों से डेंगू का प्रकोप भयावह रूप से देखने को मिल रहा है और इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी को लेकर पहले से ही सतर्क है। पिछले वर्ष राज्य में डेंगू से हुए भयानक जान-माल की क्षति को देखकर स्वास्थ्य विभाग में यह निर्णय लिया है ।
और अब बिहार के लोगों को जागरूकता अभियान चलाकर इस बीमारी से बचने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।आपको बता दें कि पिछले वर्ष बिहार राज्य में डेंग्यू ने भयानक रूप ले लिया था खास करके पटना के शहरी इलाके में इस बीमारी का प्रकोप अपने चरम पर था।
डेंगू होने का कारण
आपको बता दें कि डेंगू एडिस एजिप्ट मच्छर के काटने से होता है और इसके मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। हमने प्राय: देखा है कि हम लोग गर्मी के मौसम खत्म होते हैं कूलर को बाहर निकाल देते हैं और उसमें बारिश में जलजमाव शुरू हो जाता है।
हमारे घरों में पड़े हुए गमलों के साथ भी कुछ ऐसा ही होता है। और इसी साफ पानी और जल जमाओ में डेंगू के मच्छर प्रजनन करते हैं और ये धीरे धीरे बढ़ता चला जाता है।
इस बार बिहार स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों की मदद से हर एक जिले में डेंगू से बचाव के लिए जन अभियान की शुरुआत की है और इसके साथ ही राज्य के सभी लोगों से अपील की है कि अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर 10 सप्ताह, 10 बजे, 10 मिनट हर रविवार का एक मंत्र खुद के साथ अपने परिवार की डेंगू से सुरक्षा के लिए ले।
क्या है 10 सप्ताह, 10बजे, 10 मिनट के मायने
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी जागरूकता अभियान में राज्य के लोगों से यह अपील की जा रही है कि वे अपने और अपने परिवार के लोगों की डेंगू जैसे खतरनाक बीमारी से सुरक्षा के लिए 10 सप्ताह तक सुबह 10:00 बजे सिर्फ 10 मिनट तक प्रत्येक रविवार को घर के हर सदस्य के साथ मिलकर अपने घर और आसपास की एरिया की साफ सफाई किया करें।
और जहां भी थोड़ा जलजमाव है उसे सूरत खत्म कर दे और अपने आसपास साफ पानी भी ना जमा होने दे कहीं गड्ढा है तो उसे भी भरने की कोशिश करें और यदि यह संभावना हो तो उसमें किरासन तेल का छिड़काव करें ऐसा करने से लोग डेंगू के खतरनाक वालों से काफी हद तक पढ़ सकते हैं।
कुछ सावधानियां और उपाय
राज्य के नगर निगम, नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर मच्छरों को मारने की दवा का छिड़काव जारी रहता है, इसके अलावा सुबह और शाम को घर और बाहर सभी जगहों पर फुल बांह की कमीज और फुल पैंट पहन कर रहना चाहिए।
झाड़ियों या पौधे के पास खड़े होने से बचना चाहिए, अक्सर बारिश के महीने में डेंगू की बीमारी बढ़ जाती है इसीलिए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के हर जिले से जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, एक चिकित्सा पदाधिकारी, और प्रत्येक मेडिकल कॉलेज से दो – दो डॉक्टर को डेंगू और चिकनगुनिया के नियंत्रण के लिए प्रशिक्षण दिया है।
और इस प्रशिक्षण का कार्यक्रम राज्य के हर जिले में जारी है इसके अलावा विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में भी अब तक पचासी डॉक्टरों को यह प्रशिक्षण दी जा चुकी है।