बिहार में अगले डेढ़ साल के भीतर 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार, सीएम ने किया एलान

बिहार में नौकरियों की बहार है, नितीश-ए-कुमार है. ये राजनितिक नारा अब चरितार्थ होता दिख रहा है. राज्य के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में 10 लाख सरकारी नौकरी के लक्ष्य से अधिक युवाओं को नौकरी देंगे.
बिहार की वर्तमान नीतीश सरकार ने युवाओं के लिए अपना नौकरियों का पिटारा खोल दिया है. शिक्षक नियुक्त पत्र वितरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने अगले ड़ेढ वर्ष में दस लाख नौकरी और दस लाख रोजगार देने का एलान कर दिया है.
10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी और 10 लाख लोगों को रोजगार

बिहार के राजधानी पटना स्थित गाँधी मैदान में 13 जनवरी 2024 को शिक्षक नियुक्त पत्र वितरण समारोह सफलतापूर्वक आयोजन किया गया. इस दौरान 16 जिलों के 26 हजार नए शिक्षकों को उनका नियुक्ति पत्र सौंपा गया.
बाकी बचे शिक्षकों को उनके गृह जिले में समारोह का आयोजन कर नियुक्ति-पत्र दिया गया. गांधी मैदान में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद सीएम ने अपना संबोधन किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि – “शिक्षा विभाग के अलावा अन्य विभागों के रिक्त पद भी शीघ्र भरे जाएंगे।” नीतीश कुमार ने आगे कहा कि – “हमने 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी और 10 लाख लोगों को रोजगार देने की घोषणा की है।”
बिहार में अब तक इतने लोगों को मिला रोजगार
रिपोर्ट्स के अनुसार बिहार सरकार ने अबतक 3.63 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दे दी है, जबकि कुल 5 लाख लोगों को रोजगार मिल चुका है.
बाकी बचे युवाओं को नौकरी व रोजगार देने का लक्ष्य डेढ़ वर्षों में पूरा किया जाएगा. सीएम ने दावा किया कि हम 10 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दे देंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि जिन शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, उनमें 51 प्रतिशत महिलाएं जबकि 49 प्रतिशत पुरुष हैं. उन्होंने शिक्षकों के खाली पड़े पदों पर भी शीघ्र नियुक्ति का ऐलान किया.
सरकारी विद्यालयों में तमाम सुविधाएं मुहैया कराने का संकल्प
इसके साथ ही नितीश कुमार ने कहा कि – “नियोजित शिक्षक एक सामान्य परीक्षा देकर सरकारी शिक्षक बन जाएंगे. उन्हें ऐसी परीक्षा के लिए तीन अवसर मिलेंगे.”
सीएम नितीश ने कहा कि – “2767 नए विद्यालयों के भवन निर्माण की योजना को स्वीकृति दी गयी है, जबकि सरकारी विद्यालयों में 3530 अतिरिक्त कक्षा निर्माण की योजना भी मंजूर की गयी है।
इनपर 7530 करोड़ रुपए खर्च होंगे।” उन्होंने सरकारी विद्यालयों में तमाम सुविधाएं मुहैया कराने के संकल्प को एक बार फिर से दोहराया।
आज स्कूल से बाहर के बच्चों की संख्या नगण्य
नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि – “2005 में 12.5 फीसदी बच्चे सरकारी विद्यालय से बाहर थे। हमने उन्हें विद्यालय पहुंचाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाकर काम किया।
इस अभियान को पूरा करने के लिए हमने टोला सेवक और तालिमी मरकज को भी नियुक्त किया। आज स्कूल से बाहर के बच्चों की संख्या नगण्य हो गयी है। ऐसे में हम टोला सेवक और तालिमी मरकज के लोगों को शिक्षा से जुड़े कार्यों में लगाएंगे।”
राजधानी पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवनियुक्त शिक्षकों को औपबंधिक नियुक्ति पत्र सौंपा. मौके पर राज्य के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित कई अन्य मंत्री भी मौजूद थे. इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.
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